देवी भक्ति में लीन नेत्रहीन बच्चे, करते है माँ की स्तुति और आराधना

Update: 2022-10-04 10:07 GMT

मनेंद्रगढ़। देशभर में इन दिनों नवरात्रि पर्व की धूम मची हुई है। हर कोई माँ की भक्ति में लीन दिखाई पउ़ता है। इसी तरह मनेन्द्रगढ़ के नेत्रहीन विद्यालय के बच्चे भी देवी माँ की आराधना में लीन हैं। इन बच्चों के भक्ति-भाव को देखकर लोग यह कह रहे हैं की जरूरी नहीं ईश्वर की आराधना के लिए आंखें हों। मन की आंखों और अंतरात्मा से भी माँ की स्तुति और आराधना की जा सकती है।

नवरात्र में जगह-जगह नौ दिनों तक माँ दुर्गा की आराधना होती है। पंडालों में दुर्गा पूजा आयोजित की जाती है। पंडालों में भारी भीड़ उमड़ती है। ऐसे में ये नेत्रहीन भीड़-भाड़ वाली जगहों पर नहीं जा पाते, इसलिए अपने विद्यालय में ही माँ दुर्गा की आराधना 9 दिनों तक संगीत के माध्यम से करते हैं। ये बच्चे हर त्योहार बड़े उत्साह और उमंग से मनाते हैं। जन्माष्टमी में ये नेत्रहीन बच्चे कृष्ण भक्ति में लीन होते हैं तो नवरात्रि में इनकी माता भक्ति देखी जा सकती है।

नेत्रहीनों की माँ की प्रति भक्ति भावना देखकर विधायक गुलाब कमरो और नगर पालिका अध्यक्ष प्रभा पटेल भी इन बच्चों के बीच महानवमी के दिन पहुंचे और उनके साथ बैठकर भजन कीर्तन किया। जनप्रतिनिधियों ने कहा कि सभी को इनकी भक्ति भाव से धर्म और कर्म के मार्ग पर चलने की सीख लेनी चाहिए।

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