बीजापुर : दुरस्थ इलाके के ग्रामीणों के लिए संजीवनी साबित हो रही है हाट-बाजार क्लीनिक योजना

Update: 2021-09-10 06:31 GMT

बीजापुर। राज्य शासन की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना बीजापुर जिले के वनांचल के अंदरूनी दूरस्थ ईलाके के ग्रामीणों के लिए संजीवनी साबित हो रही है। शासन की मंशा हर जरूरतमंद मरीज को स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिले, इस ध्येय को उक्त योजना निश्चित रूप से पूरी कर रही है। जब ग्रामीण ईलाके के हाट-बाजारों मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना का स्वास्थ्य शिविर में हजारों ग्रामीण लाभान्वित हो रहे हैं। उक्त शिविर में इन ग्रामीणों का स्वास्थ्य जांच कर उपचार किया जा रहा है। वहीं खून, पेशाब,बुखार आदि की पैथोलॉजी जांच सहित मधुमेह उच्च रक्तचाप जैसी गंभीर बीमारियों का जांच कर उपचार किया जा रहा है। इस दौरान मरीजों को निःशुल्क दवाईयों का प्रदाय सहित ग्रामीणों को स्वास्थ्य शिक्षा दी जा रही है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजनान्तर्गत स्वास्थ्य शिविरों को ग्रामीणों का बेहतर प्रतिशत मिल रहा है। जिले में अप्रैल 2021 से अब तक इस योजना से 13 हजार 254 मरीजों का उपपचार किया गया है। जिले में मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजनान्तर्गत स्वास्थ्य शिविरों के आयोजन हेतु कुल 27 हाट-बाजार चयनित किये गये हैं। जिसके तहत बीजापुर ब्लॉक में 6, भैरमगढ़ में 12, उसूर में 6 तथा भोपालपटनम ब्लॉक में 3 हाट-बाजारों में हाट-बाजार क्लीनिक चलाये जा रहे हैं। प्रत्येक हाट-बाजार क्लीनिक के लिए शासन के मापदण्ड के अनुसार टीम एवं वाहन की व्यवस्था की गयी हैं।

सभी वाहनों की ब्राडिंग कर इसे हाट-बाजार क्लीनिक का एक नया रूप दिया गया है, ताकि इसकी पृथक पहचान हो सके। हाट-बाजार क्लीनिक योजना की अवधारणा आम जनता को स्थानीय स्तर पर सुगमतापूर्वक स्वास्थ्य जांच एवं उपचार सुविधा उपलब्ध कराना है। विशेषकर अंदरूनी क्षेत्रों के वनवासी एवं ग्रामीण स्वास्थ्य के प्रति जागरूक नहीं होने के कारण छोटी-छोटी तकलीफ हेतु सीधे अस्पताल आने में संकोच करते हैं, लेकिन रोजमर्रा की जरूरत संबन्धी वस्तुओं के क्रय-विक्रय के लिए अंदरूनी बसाहटों के ग्रामीण अपने ईलाके के हाट-बाजार में अनिवार्य रूप से आते हैं। ऐसी स्थिति में याद उन्हे उसी जगह पर स्वास्थ्य जांच एवं उपचार सुविधा सुलभ होती है, तो वे आसानी के साथ स्वास्थ्य जांच एवं उपचार कराना चाहते हैं। इसी महती अवधारणा को मद्देनजर रखते हुए हाट-बाजार क्लीनिक योजना को मूर्त रूप प्रदान किया गया है, जो वर्तमान परिप्रेक्ष्य में सफलतापूर्वक कार्य कर रही है। जिले में अप्रैल 2021 से अब तक कुल 245 हाट-बाजार क्लीनिक आयोजित किये गये हैं, इन मरीजों में 338 उच्च रक्तचाप, तथा 27 मधुमेह मरीजों का ईलाज किया गया हैं। वहीं 352 रक्तचाप पीड़ितों तथा 1236 मधुमेह पीड़ितों की जांच की गयी। इस दौरान रक्त अल्पता के 621, क्षय रोग के 43, मलेरिया के 349 और नेत्र विकार के 194 मरीजों का जांच कर उपचार किया गया है। इस योजना से लाभान्वित सूदूर ईलाके के ग्रामीणों से चर्चा करने पर उनके अनुभव योजना की व्यापार प्रासंगिकता को बयां करती है। जब ये ग्रामीण सरकार की इस संवेदनशील पहल के लिए कृतज्ञता प्रकट करते हैं। जिससे यह आभास ही नहीं अपितु योजना के परिणाम की झलक परलक्षित होती है कि हाट-बाजार क्लीनिक योजना एक पूर्णतः सफलता के साथ वनवासियों एवं ग्रामीणों की स्वास्थ्य संबन्धी दिक्कतों को दूर करने में सहायक साबित हो रही है।

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