बिलासपुर। बिलासा देवी एयरपोर्ट से यात्रियों की संख्या पर्याप्त होने के बाद चालू उड़ानों को बंद करने और सप्ताह में 5 दिन कोई भी उड़ान नहीं देने के विरोध में हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया है। समिति ने कहा कि हवाई सेवा देने वाली कंपनी एलायंस एयर के सामने राज्य व केंद्र सरकार बेबस दिखाई दे रही है।
उल्लेखनीय है कि समिति की ओर से हवाई सेवाओं में विस्तार के लिए नियमित रूप से धरना आंदोलन किया जा रहा है। समिति ने आंदोलन को और तेज करने के लिए 23 मई को शाम 6 बजे धरनास्थल राघवेंद्र राव भवन परिसर पर नागरिकों की एक बैठक बुलाई है। समिति ने सभी सक्रिय नागरिकों और संगठनों को इसमें शामिल होने की अपील की है।
समिति ने कहा कि हम सबके संघर्ष से 1 मार्च 2021 से बिलासा देवी एयरपोर्ट से हवाई सुविधा शुरू करने में सफलता मिली थी। तब प्रयागराज, दिल्ली और जबलपुर के लिए सप्ताह में 8 उड़ानों को प्रारंभ किया गया था। आज केवल दो दिन दिल्ली और कोलकाता की फ्लाइट है। शेष दिन उड़ान बंद है। ऐसा बिलासपुर से पर्याप्त यात्री होने के बावजूद किया जा रहा है। मार्च 2024 की स्थिति में बिलासपुर-प्रयागराज फ्लाइट से औसत 59 यात्री तथा विपरीत दिशा से 50 यात्री संख्या थी।
बिलासपुर जबलपुर फ्लाइट में औसत 48 यात्री रवाना हुए जबकि जबलपुर से औसत 39 यात्री बिलासपुर आए। बिलासपुर से दिल्ली की उड़ान भरने वाले औसत यात्री 59 तथा दिल्ली से बिलासपुर आने वाले यात्री 49 थे। इतने यात्री होने के बावजूद एलायंस एयर ने इन उड़ानों को बंद कर दिया है। दिल्ली और कोलकाता की सीधी उड़ान में सब्सिडी देने के बावजूद राज्य सरकार कंपनी पर कोई दबाव नहीं बना पा रही है। इस कारण फिर से जन आंदोलन तेज करने की जरूरत है। समिति ने नागरिकों से पहले की तरह भागीदारी कर पर्याप्त हवाई सुविधाओं के लिए आंदोलन तेज करने की अपील की है।