नारायणपुर. ये तस्वीर जिला अस्पताल नारायणपुर की बदहाल व्यवस्था को दिखाने के लिए काफी है. यहां शव वाहन खराब होने के चलते परिजन कई घंटों तक अपने ही परिजन के शव के साथ अस्पताल में बैठे रहे, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं था.
दरअसल जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर धोड़ाई गांव के आर्कित सलाम को उल्टी-दस्त की समस्या के चलते जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. अस्पताल प्रशासन शव ले जाने के लिए वाहन तक उपलब्ध नहीं करा सका. अब परिजन बेबस हैं, उन्हें नहीं पता कि 30 किलोमीटर दूर अपने गांव शव कैसे ले जाएं. प्रशासन की इस लापरवाही से एक बार फिर नारायणपुर की स्वास्थ्य व्यवस्था शर्मसार हो गई है.
मृतक के परिजन रजनी सलाम और लक्ष्मण सलाम अस्पताल प्रशासन से गुहार लगाते रहे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. आखिरकार कांग्रेस के पूर्व पार्षद ने खुद गाड़ी का इंतजाम कर शव भेजने की जिम्मेदारी उठाई. इस अव्यवस्था को लेकर परिजनों ने सरकारी सुविधा पर सवाल उठाते हुए शासन-प्रशासन को जमकर कोसा.