खरीफ सीजन 2021 में धान, मक्का, अन्य अनाज सहित दलहनी, तिलहनी एवं अन्य फसलों की बुआई को लेकर कृषि विभाग द्वारा नए सिरे से लक्ष्य का निर्धारण किया गया है। कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि इस साल खरीफ सीजन में फसलों की बुआई का कुल रकबा 48 लाख 20 हजार हेक्टेयर प्रस्तावित है, जो गत वर्ष 48 लाख 7 हजार 640 हेक्टेयर की बोनी की तुलना में लगभग 13 हजार 640 हेक्टेयर अधिक है। उन्होंने बताया कि राज्य में धान के साथ-साथ अन्य अनाज की फसलों के उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से धान के रकबे में 5 प्रतिशत की कमी करते हुए इसकी बुआई 36 लाख 95 हजार 420 हेक्टेयर में होगी, जब कि बीते खरीफ सीजन में धान की बुआई का रकबा 39 लाख 3 हजार 920 हेक्टेयर था। इस साल मक्के के रकबे में 25 प्रतिशत तथा अन्य अनाज की फसलों के रकबे में 43 प्रतिशत की बढ़ोतरी का लक्ष्य है। गत वर्ष मक्के की बोनी 2 लाख 6 हजार 630 हेक्टेयर में की गई थी, जिसे बढ़ाकर 2 लाख 58 हजार 230 हेक्टेयर तथा अन्य अनाज की फसलों का रकबा 71 हजार 290 हेक्टेयर से बढ़ाकर एक लाख एक हजार 840 हेक्टेयर किए जाने का लक्ष्य है।
कृषि मंत्री चौबे ने बताया कि राज्य में फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस साल दलहनी फसलों के रकबे में 20 प्रतिशत और तिलहनी फसलों के रकबे में 32 फीसदी की बढ़ोतरी का लक्ष्य रखा गया है। अन्य फसलों के रकबे में भी 11 प्रतिशत की बढ़ोतरी प्रस्तावित की गई है। उन्होंने बताया कि बीते वर्ष राज्य में एक लाख 19 हजार 300 हेक्टेयर में अरहर की बोनी की गई थी, जिसे बढ़ाकर एक लाख 29 हजार 670 हेक्टेयर निर्धारित किया गया है। यह लक्ष्य बीते वर्ष की तुलना में 17 प्रतिशत अधिक है। बीते खरीफ सीजन में उड़द की खेती एक लाख 49 हजार 780 हेक्टेयर में की गई थी, जिसमें 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी करते हुए इस साल इसकी खेती का रकबा एक लाख 80 हजार 340 हेक्टेयर किए जाने का लक्ष्य है। अन्य दलहन की फसलों का रकबा बीते वर्ष की तुलना में 44 हजार 320 हेक्टेयर से बढ़ाकर 56 हजार 660 हेक्टेयर किया जाना है। इस प्रकार कुल दलहनी फसलों का रकबा इस साल 3 लाख 76 हजार 670 हेक्टेयर किए जाना प्रस्तावित है। बीते खरीफ सीजन में दलहनी फसलों की खेती 3 लाख 13 हजार 400 हेक्टेयर में की गई थी। इस प्रकार दलहनी फसलों के रकबे में इस साल कुल 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी प्रस्तावित है।
कृषि मंत्री ने बताया कि राज्य में तिलहनी फसलों जैसे सोयाबीन, मूंगफली सहित अन्य तिलहनी फसलों की खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है। तिलहनी फसलों के रकबे में बीते वर्ष की तुलना में इस साल 32 प्रतिशत की बढ़ोतरी का लक्ष्य है। बीते खरीफ सीजन में राज्य में कुल एक लाख 93 हजार 670 हेक्टेयर में तिलहनी फसलों की खेती की गई थी, जिसे इस साल बढ़ाकर 2 लाख 55 हजार 490 हेक्टेयर किए जाने का लक्ष्य है।