गया। बोधगया थाना क्षेत्र में 26 अगस्त 2022 को एक युवती का मोबाईल अज्ञात मोटरसाईकल सवार के द्वारा लूट लिया गया था। लूट के आवेदन पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो युवको को पकड़ा है। पकड़े गये दोनो युवको में एक नाबालिग है। जिसे बाल सुधार गृह भेजा जायेगा। वही मोबाइल लूट मामले में शामिल अपराधी को बोधगया पुलिस ने ही बीटीएमसी के पास मोबइल व 10 हजार रूपए छीनने के मामले में दो दिन पहले जेल भेजा है। शनिवार को इसकी जानकारी देते हुए बोधगया एसडीपीओ अजय प्रसाद ने बताया कि मोबइल छीनतई मामले में बोधगया थाना में लूट का केस दर्ज करते हुए काण्ड का अनुसंधान नवनियुक्त पुलिस पदाधिकारी पु० अ० नि० आनंद राम के द्वारा आरंभ किया गया। अनुसंधान के क्रम में वैज्ञानिक और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर टनकुप्पा थाना क्षेत्र के अकुरामा गांव के रहने वाले राजकुमार पासवान के 19 वर्षीय पुत्र कर्मवीर कुमार को पकड़ा गया। जिसके नाम का सिम लूटे गए मोबाईल में इस्तेमाल किया जा रहा था। करमवीर कुमार से पूछताछ करने पर इन्होंने बताया कि इनके एक नाबालिग मित्र और इन्होंने मिलकर यह मोबाईल 6700 रूपये में एक कुख्यात अपराधी बोधगया थाना क्षेत्र के मस्तपुरा गांव के रहने वाले रामखेलावन यादव के पुत्र पिन्टू कुमार उर्फ फाँचा से खरीदा था। जो प्रायः चोरी और लूट का मोबाईल बेचता है। उसने यह भी बताया कि उस मोबाईल में उनके नाम का ही सिम लगा है और मोबाईल और सिम दोनों इनके मित्र के पास ही हैं। इनकी निशानदेही के आधार पर इनके नाबालिग मित्र को पकड़ा गया। जिसके पास से मोबाईल और सिम दोनों बरामद हुआ है।
बोधगया थानाध्यक्ष रुपेश कुमार सिन्हा ने बताया कि पिन्टू उर्फ फोचा एक कुख्यात लूटेरा है। जिसे पहले भी कई बार बोधगया थाना से लूटपाट के केस में जेल भेजा गया था । इस काण्ड के उदभेदन से एक दिन पहले ही उसे शराब पीकर लूटपाट करते हुए एक अन्य केस में बोधगया थाना से ही जेल भेजा जा चुका है। इस काण्ड के उद्भेदन के बाद उसे अब इस काण्ड में भी रिमाण्ड किया जा रहा है। वहीं मोबाइल पाकर खुश हो रही औरंगाबाद कि रहने वाली 26 वर्षीय दिव्या रानी ने बताया कि पढ़ाई को लेकर वो दोमुहान के पास ही रहती है। उसने बताया कि घटना की शाम को वह मोबइल से बात करते हुए मौल से समान लेकर बहार निकली थी। उसी दौरान पीछे से एक लड़का बाइक पर आया और मोबइल छीनकर भाग गया। कुछ दूर तक उस लड़के का महिला ने पीछा भी किया। दिव्या ने छीने गाय मोबाइल की मिलने कि आशा भी छोड़ दी थी। इसी दौरान शनिवार को थाना से मोबइल मिलने की सूचना मिली। इस काण्ड के उद्भेदन, छापेमारी और गिरफ्तारी में पु० नि० रूपेश कुमार सिन्हा थानाध्यक्ष बोधगया, पु० अ० नि० आनन्द राम की भूमिका सराहनीय रही है। इसके अलावे सिपाही अभिजीत कुमार, सिपाही प्रीतम कुमार, सिपाही पंचानन्द चौहान, पैंथर सिपाही ललन ठाकुर, म० सि० सुलोचना कुमारी ने भी छापेमारी और गिरफ्तारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।