सरयू का जलस्तर बढ़ने से तटीय इलाकों में घुसा पानी
गोगरा तटबंध पर लगातार रखी जा रही है निगरानी
सिवान: सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर से तटीय इलाकों में पानी घुसने लगा है. नदी किनारे बसे लोग भी दहशत में जीने के लिए मजबूर हैं.
जल संसाधन विभाग की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार, सरयू का जलस्तर 60.730 है. सरयू नदी यूपी के तूतीपार में भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
एसडीओ चंद्रमोहन झा ने बताया कि जलस्तर से अभी भी किसी तरह का कोई नुकसान नहीं है. लेकिन विभाग पूरी तरह सतर्कता बरत रहा है.
ग्रामीणों को बाढ़ से काफी हुआ है नुकसान सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर से जहां दर्जनों गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. वहीं, सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर से निचले इलाकों में पानी भर गया. इसमें ग्यासपुर, तीरबलुआ, बलुआ, मैरिटार, सोनहुला, सोहगरा, श्रीकरपुर, गोहरुआ, बिहारी गांव में लगे सैकड़ों एकड़ जमीन में लगी फसलों में बाढ़ का पानी घुसने से काफी नुकसान हुआ है. ग्रामीणों का कहना था कि दौरान शौचालय, पीने का पानी, पशुओं का चारा लाने में भी काफी दिक्कत हो रही है. सीओ शंभूनाथ राम ने बताया कि गयासपुर और तीर बलुआ का दौरा किया गया है. अभी हालात नियंत्रण में है. क्या कहते हैं कार्यपालक अभियंता
कार्यपालक अभियंता अमित आंनद ने बताया कि बाढ़ विभाग की टीम गुठनी, दरौली से लेकर सिसवन तक हो रहे विभागीय कार्यों का निरीक्षण किया जा रहा है.
गोगरा तटबंध पर लगातार रखी जा रही है निगरानी
सरयू नदी पर बने गोगरा तटबंध की निगरानी की जा रही है. विभाग द्वारा नियमित जांच की जा रही है. प्रखंड के सोनहुला, पुरैना, श्रीकरपुर, धर्मपुर, गोहरूआ, गुठनी, योगियाडीह, तिरबलुआ, ग्यासपुर, खडौली गांव के समीप नदी का गहनता से निरीक्षण किया. इसकी निगरानी खुद एक्सक्यूटिव इंजीनियर अमित आंनद कर रहे हैं. उनका कहना है कि गुठनी के गोगरा तटबंध से लेकर सिसवन तक लगातार टीम काम कर रही है.