बिहार में जो कुछ भी चल रहा है. उसमें कुछ भी स्पष्ट नहीं है. कयासों के दौर में सोशल मीडिया पर सरकार बनाई जाती है और गिराई जाती है. बिहार में नीतीश कुमार की सरकार को लेकर कुछ ऐसा ही हो रहा है. जितने नेता हैं, उतने बयान हैं. कोई कुछ कह रहा है, कोई कुछ बयान दे रहा है. स्पष्टता कहीं नहीं है. अब जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा को ही लीजिए. 'साहब' ने बिहार में परिवर्तन के सवाल पर कहा कि दूर-दूर तक इसकी कोई चर्चा नहीं है. पता नहीं कहां से ऐसी बातें आ रही हैं.
बैठक बुलाना सामान्य प्रक्रिया: जदयू
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा- 'राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सबकुछ साफ कर दिया है, इसलिए अलग से टिप्पणी करने की कोई जरूरत नहीं है.' उन्होंने आगे कहा कि बैठक बुलाना पार्टी की सामान्य प्रक्रिया है, यह तो कोई भी पार्टी कर सकती है. उन्होंने यह भी कहा कि बाकी पार्टी के लोग उसी दिन क्यों बैठक बुला रहे हैं इस पर हम कुछ नहीं कह सकते.
बिहार के हित में कदम उठाएंगे: मनोज झा
दूसरी ओर राजद नेता और राज्यसभा सांसद मनोज झा ने दिल्ली में कहा कि देखिए, आगे क्या होता है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव वही करेंगे जो बिहार की जनता चाहेगी. तेजस्वी वही करेंगे, जो बिहार की आवाम का आदेश होगा. मनोज झा ने कहा कि हम बिहार में सबसे बड़ी पार्टी हैं. हम राज्य में अस्थिरता के तत्व नहीं देख सकते हैं. बिहार तय करेगा कि उसके लिए सबसे अच्छा क्या है.
अभी कुछ गड़बड़ नहीं: मंत्री चौधरी
उधर, बिहार में एनडीए गठबंधन पर सरकार में मंत्री और नीतीश के करीबी विजय चौधरी ने कहा कि अभी कुछ गड़बड़ नहीं है. आपसी सहमति और साझेदारी से एनडीए चल रहा है. जदयू में कुछ गतिविधि हुई है. नेता पार्टी से बाहर चले गए हैं. इन परिस्थितियों पर बात करने के लिए विधायकों और सीनियर नेताओं की बैठक बुलाई गई है.
मीटिंग तो हर कोई करता है: बीजेपी अध्यक्ष
राज्य की मौजूदा राजनीतिक हलचल पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल का कहना है कि बिहार में सबकुछ ठीक है. जेडीयू की मीटिंग पर उन्होंने कहा कि बैठक हर कोई करता है.
निर्णय सिर्फ लालू और तेजस्वी लेंगे: राजद
राजद ने बयान जारी कर कहा है कि राजद विधान मंडल ने हर तरह के निर्णय लेने के लिये आदरणीय लालू प्रसाद, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को अधिकृत कर रखा है. कोई भी सम्मानित साथी अगर मीडिया में अलग राय रखते हैं तो वो उनकी निजी राय होगी.
नीतीश देश की राजनीति के चेहरे: कांग्रेस
कांग्रेस नेता शकील अहमद ने कहा है कि हम चाहते हैं कि नीतीश बीजेपी का साथ छोड़कर महागठबंधन के साथ आ जाएं, कांग्रेस समर्थन करेगी. शकील अहमद ने कहा कि नीतीश कुमार देश की राजनीति करने वाले चेहरे हैं. सोनिया गांधी का साथ मिल जाए तो वे बीजेपी से सशक्त होकर लड़ सकते हैं.