पटना: राज्य के उद्यमी ही बदलते बिहार के असली ब्रांड एंबेसडर हैं. इसलिए उद्यमी बदलते बिहार में सहयोगी बनें. खुद निवेश का विस्तार करें और यहां हो रहे विकास कार्यों की चर्चा दूसरे राज्यों के लोगों से करें. वे राज्य की औद्योगिक नीति एवं प्रोत्साहन योजनाओं की बेहतर समझ रखते हैं. सोशल मीडिया के जरिए इसकी जानकारी दें.
उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने अधिवेशन भवन में उद्योग जगत और राज्य सरकार के बीच संवाद को सशक्त बनाने के लिए आयोजित ‘उद्यमी पंचायत’ में ये बातें कही. उन्होंने बियाडा के भूमि आवंटन की प्रक्रिया संशोधित करने, सात जिले जहां औद्योगिक क्षेत्र नहीं हैं, वहां इसे विकसित करने की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 31 जिले जहां औद्योगिक क्षेत्र हैं और लैंड बैंक खत्म हो रहा है, वहां भी औद्योगिक क्षेत्र विकसित हो रहा है. 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य की ओर हम बढ़ रहे हैं. आने वाले 25-50 वर्षों की योजना पर हम काम कर रहे हैं. राज्य सरकार उद्यमियों के साथ है. ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए हमारी सरकार पूर्ण रूप से समर्पित है. उद्योग पंचायत में मिले सुझाव पर संबंधित विभाग काम करेंगे जो हमें अपनी नीतियों को और बेहतर करने और बिहार को इन्वेस्टर-फ्रेंडली बनाने में काफी मदद करेंगे.
उद्यमियों की शिकायत दूर करने को बनेगा पोर्टल : कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बिहार के मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा ने कहा कि उद्यमियों की व्यक्तिगत शिकायतों को दूर करने को उद्योग विभाग पोर्टल बनाएगा, जिससे सभी विभाग जुड़ेंगे. उन्होंने कहा कि सड़क, पुल, बिजली और अन्य क्षेत्रों के विकास कार्य तेजी से किये जा रहे हैं. राज्य में उद्योग से जुड़ी कई नीतियां हैं. सरकार का पूरा ध्यान उनको पूर्ण रूप से लागू करने और उसके लाभ उद्यमियों तक पहुंचाने पर है. उद्योग सचिव बंदना प्रेयषी ने औद्योगिक विकास के लिए राज्य सरकार की ओर से किए गए कार्यों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सिंगल विंडो क्लीयरेंस जैसी विशेष पहल के जरिए बिहार निवेशकों की पहली पसंद बन गया है.
नतीजतन, 2016 से 2023-24 तक 539 औद्योगिक इकाइयों को मंजूरी दी गयी है. मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत एमएसएमई को सभी संभव मदद की जा रही है.
ये रहे मौजूद: कार्यक्रम में नगर विकास विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह, वाणिज्य-कर विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह, बियाडा के प्रबंध निदेशक कुंदन कुमार, वित्त विभाग के विशेष सचिव राहुल कुमार, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष डीके शुक्ला, गृह रक्षा वाहिनी एवं अग्निशमन विभाग के पुलिस महानिरीक्षक सुनील कुमार नायक सहित राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के सचिवों और पटना स्थित प्रमुख उद्योग संघों जैसे-सीआईआई, आईसीसी, बीआईए और बीसीसीआई के अध्यक्ष शामिल हुए.
निवेशकों ने दिए सुझाव: कार्यक्रम में शामिल निवेशकों ने अपने विचार, सुझाव और चुनौतियां साझा की. उद्यमियों ने राज्य में निवेश की प्रक्रिया को और अधिक सरल बनाने तथा औद्योगिक माहौल को मजबूत करने पर जोर दिया. उद्योग जगत के प्रतिनिधियों ने सरकार के नीतियों एवं सकारात्मक प्रयासों की सराहना की.