नालंदा के सबसे पुराने पूजा पंडाल में लगायी गयी प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिमा

बिहार में नीतीश कुमार के पाला बदलने के बाद नये सियासी समीकरणों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब तक कोई टीका टिप्पणी नही है.

Update: 2022-10-04 02:29 GMT

न्यूज़ क्रेडिट :  firstbihar.com

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिहार में नीतीश कुमार के पाला बदलने के बाद नये सियासी समीकरणों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब तक कोई टीका टिप्पणी नही है. लेकिन नरेंद्र मोदी की प्रतिमा ने नीतीश कुमार और उनके समर्थकों को टेंशन में ला दिया है. नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा के सबसे पुराने पूजा पंडाल में इस दफे नरेंद्र मोदी की प्रतिमा लगायी गयी है. जाहिर है पूरे जिले में ये चर्चा का विषय बना हुआ है. नरेंद्र मोदी की प्रतिमा को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ भी उमड़ रही है.

बिहारशऱीफ में लगी नरेंद्र मोदी की प्रतिमा
नालंदा जिले के मुख्यालय बिहारशरीफ में पुलपर दुर्गा पूजा समिति शहर की सबसे पुरानी पूजा समिति मानी जाती है. स्थानीय लोग बताते हैं कि पुलपर मोहल्ले में नवरात्र के मौके पर पिछले 265 साल से माता की प्रतिमा की स्थापना की जा रही है. सबसे पुराना पूजा पंडाल होने के कारण यहां हर साल श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है. लेकिन इस बार कुछ ज्यादा ही लोग पूजा पंडाल पहुंच रहे हैं.
दरअसल बिहारशरीफ के पुलपर चौराहे के पास बने पूजा पंडाल में इस दफे मां दुर्गा के प्रतिमा की स्थापना के साथ साथ एक और काम किया गया है. इस पंडाल में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी प्रतिमा लगायी गयी है. भव्य पूजा पंडाल में माता की मनमोहक प्रतिमा के साथ नरेंद्र मोदी की मूर्ति देखने दूर दूर से लोग आ रहे हैं.
वैसे पुलपर पूजा समिति ने इस दफे अपने पूजा पंडाल को दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर का आकार दिया है. पूजा पंडाल को बनाने के लिए कोलकाता से खास कारीगर बुलाये गये थे. कोलकाता के कलाकार प्रलय मुखर्जी ने अपनी टीम के साथ महीनों काम कर इस पंडाल को अक्षरधाम मंदिर का स्वरूप दिया है. पूजा पंडाल में बंगला आर्ट में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गयी है. माता की प्रतिमा बनाने वाले कलाकारों ने ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिमा भी तैयार की है.

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