Rohtas: रैन बसेरों में रहने वालों को रात का खाना निशुल्क मिलेगा: नगर निगम
"नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने रैन बसेरा में रहने वालों को एक नहीं दो कंबल देने का निर्देश दिया"
रोहतास: नगर निगम की ओर से निर्मित रैन बसेरों में रहने वालों को रात का भोजन निशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा. रात से यह सुविधा शुरू की जाएगी. यह निर्णय महापौर सीता साहू ने गरीबों के हित में लिया है. इसके साथ ही नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने रैन बसेरा में रहने वालों को एक नहीं दो कंबल देने का निर्देश दिया है.
रजिस्टर के अनुसार जो व्यक्ति रात में आश्रय स्थल में आश्रय लेंगे उन्हें महापौर के निर्देश के तहत खाना उपलब्ध कराया जाएगा. यह पहली बार है कि अस्थाई और स्थाई रैन बसेरे के साथ शहर में जर्मन हैंगर तकनीकी वाले रैन बसेरे की सुविधा दी जा रही है. पटना नगर निगम की ओर से कुल 29 रैनबसेरों का निर्माण किया गया है, जिसमें जर्मन हैंगर वाले 12, स्थाई 6 और अस्थाई 11 आश्रय स्थल हैं. चौक चौराहे, रेलवे स्टेशन एवं बस स्टैंड के नजदीक इनका निर्माण कराया गया है, जिससे आमजनों को अधिक दूरी नहीं तय करनी पड़े.
सीसीटीवी से होगी निगरानी आश्रय स्थलों में रात गुजारने वालों को निशुल्क भोजन, रहने की सुविधा और कड़ाके की ठंड से बचने के लिए दो कंबल मिल रहा है कि नहीं इसकी निगरानी सीसीटीवी से की जा जाएगी. सफाई और सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी सभी रैन बसेरे की सीसीटीवी से निगरानी पहले से की जा रही है. रैन बसेरे में 907 बेड की व्यवस्था है. पटना नगर निगम द्वारा ज्यादा से ज्यादा लोगों तक यह सुविधा पहुंचे इसके लिए समाज कल्याण विभाग के आउट रीच वर्कर (मोबिलाइजर) के माध्यम से खुले आसमान में सोने वाले लोगों को रैन बसेरा (स्थाई, अस्थाई एवं जर्मन हैंगर) के लिए प्रेरित किया जाएगा.
12 जर्मन हैंगर तकनीक से निर्मित हैं
जीपीओ ( पुल के नीचे), मॉल रोड ( हार्डिंग रोड), सचिवालय गेट नंबर 3, ककड़बाग कॉलोनी मोड़, राजेन्द्र नगर (पुल के नीचे), बहादुर पुर ( पुल के नीचे),मलाही पकड़ी, नालंदा मेडिकल कॉलेज, वैशाली गोलंबर, पाटलिपुत्र बस टर्मिनल, एक्जीबिशन रोड