बिहार में आरबीटीएस होम्योपैथिक कॉलेज मॉडल हॉस्पिटल के रूप में होगा विकसित, स्वास्थ्य मंत्री- 200 करोड़ होंगे खर्च

बिहार के एक मात्र सरकारी होम्योपैथिक कॉलेज आरबीटीएस मुजफ्फरपुर का पुनर्निर्माण किया जायेगा।

Update: 2022-08-06 04:57 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिहार के एक मात्र सरकारी होम्योपैथिक कॉलेज आरबीटीएस मुजफ्फरपुर का पुनर्निर्माण किया जायेगा। इसे संवारने के लिए प्रस्तावित 200 करोड़ की योजना का टेंडर जल्द किया जाएगा। उसके बाद त्वरित गति से निर्माण कार्य होगा। यह जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि पुनर्निर्माण के बाद यह हॉस्पिटल पूरे राज्य में मॉडल होम्योपैथिक हॉस्पिटल बन जायेगा।

मुजफ्फरपुर आये स्वास्थ्य मंत्री ने एक निजी कार्यक्रम में कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लगातार स्वास्थ्य सेवाओं का विकास हो रहा है। आरबीटीएस कॉलेज बिहार का एक मात्र सरकारी होम्योपैथी कॉलेज है।
1958 में स्थापित हुआ था कॉलेज
आरबीटीएस कॉलेज के सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉ धीरज दुबे ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के पुनर्निर्माण की प्रक्रिया चल रही है। पुनर्निर्माण में अस्पताल के पुराने भवनों को तोड़कर नया बनाया जायेगा। यह अस्पताल वर्ष 1958 में स्थापित हुआ था। उन्होंने कहा कि नये निर्माण में प्रशासनिक भवन, क्लास रूम, ऑडिटोरियम और हॉस्टल बनाये जाने हैं। सभी की डीपीआर भी तैयार है। नया बनने वाला मेडिकल कॉलेज का भवन पांच या छह मंजिल का होगा। अभी यह एक मंजिला भवन है। कॉलेज के सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉ धीरज दुबे ने बताया किनये भवन में 125 बच्चों के एक साथ बैठने की क्षमता वाले क्लास रूम भी बनाये जायेंगे। 500 की क्षमता वाला ऑडिटोरियम बनाया जायेगा। 200 बेड का अस्पताल भी नये भवन में बनाया जायेगा।
एसकेएमसीएच के जीर्णोद्धार कार्य का लिया जायजा
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से फटकार लगने के बाद शुक्रवार को बीएमएसआईसीएल के अधिकारी ने एसकेएमसीएच के जीर्णोद्धार कार्य का जायजा लिया। उन्होंने अस्पताल अधीक्षक डॉ. बाबू साहब झा और प्रबंधक संजय कुमार साह के साथ समीक्षा की। अधीक्षक ने कहा कि 27 करोड़ रुपए की लागत से अस्पताल के जीर्णोद्धार कार्य संतोषजनक नहीं हो रहा है। दो वर्ष बाद भी एक तरफ का भी काम पूरा नहीं हो सका। इसको लेकर बीएमएसआईसीएल के प्रसुन्न तिवारी और संवेदक को अवगत कराया गया है। 20 अगस्त के बाद मंत्री एसकेएमसीएच जायजा लेंगे।
300 छात्रों के रहने लायक हॉस्टल भी होगा
सीनियर मेडिकल ऑफिसर ने बताया नये अस्पताल में शोध के लिए नया विंग स्थापित किया जायेगा। पुनर्निर्माण में 300 छात्रों के रहने का हॉस्टल भी बनाया जायेगा। इसके अलावा पीजी की पढ़ाई के लिए अलग से कक्षाएं बनाई जायेंगी।
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