पटना न्यूज़: आईजीआईएमएस में फिजियोथेरेपी प्रथम वर्ष की छात्रा के साथ रैगिंग मामले में एंटी रैगिंग कमेटी ने जांच पूरी कर ली है. कमेटी ने निदेशक डॉ. बिंदे कुमार को रिपोर्ट सौंप दी है.
सूत्रों के मुताबिक जांच कमेटी ने कुछ सीनियर छात्रों पर लगे आरोपों को सही पाया है. निदेशक डॉ. बिंदे कुमार ने बताया कि कमेटी की रिपोर्ट में दोषी पाए गए छात्रों पर नियामानुसार कार्रवाई की जाएगी. मालूम हो कि फिजियोथेरेपी पहले वर्ष की छात्रा और उसके माता-पिता ने निदेशक व विभाग के अध्यक्ष के पास आकर रैगिंग किए जाने की लिखित शिकायत की थी. छात्रा के माता-पिता ने निदेशक से इसपर कड़ी कार्रवाई किए जाने का आग्रह भी किया था. इस शिकायत के बाद निदेशक ने प्राचार्य डॉ. रंजीत गुहा के नेतृत्व में तीन सदस्यीय एंटी रैगिंग कमेटी का गठन कर 24 घंटे के भीतर जांच पूरी कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया था.
आईजीआईएमएस में रैगिंग के आरोपित छात्रों पर कार्रवाई नहीं होने से ऐसे मामले बार-बार सामने आ रहे हैं. जूनियर छात्र-छात्रा हमेशा मनचले सीनियर छात्रों से प्रताड़ित होते रहते हैं. ताजा मामला फिजियोथेरेपी की पहले वर्ष की छात्रा का सामने आया है. पटना निवासी छात्रा फिजियोथेरेपी में पहले वर्ष में पढ़ती है. उसने 2029 और 2032 बैच के कुछ सीनियर छात्रों पर रैगिंग कर प्रताड़ित करने और आपत्तिजनक व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं. छात्रा ने बताया कि एक महीने पहले ही उसने क्लास कोऑडिनेटर सरफराज से रैगिंग की शिकायत की थी. छात्रों के बारे में भी जानकारी दी थी, लेकिन उन्होंने टालू रवैया अपनाया. सीनियर को बातों से समझाने का प्रयास किया.
कार्रवाई नहीं होने से सीनियर छात्रों का हौसला और बढ़ गया. क्लास आने-जाने के दौरान गैलरी में तंग करते रहे. झुककर, लेटकर चलने, दंडवत करने, गंदी गालियां देने का कृत्य वे करने लगे. तंग आकर माता-पिता के साथ आकर विभाग के हेड डॉ. विनय कुमार पांडेय से शिकायत की. वहां से मामले को निदेशक के पास भेजा गया. तब मामले की जांच का जिम्मा एंटी रैगिंग कमेटी को दिया गया.