पटना में अवैध देशी शराब कारोबारियों के खिलाफ पुलिस सख्त

राजधानी पटना में पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर देसी शराब कारोबारी को गिरफ्तार (Country Liquor Businessman Arrested in patna) कर लिया. पुलिस ने उसके पास से भारी मात्रा में देसी शराब (Country Liquor) बरामद किया है. तस्कर ने पूछताछ के दौरान बताया कि दमराही घाट से कार में देशी शराब रखकर

Update: 2021-11-20 06:09 GMT

जनता से रिश्ता। राजधानी पटना में पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर देसी शराब कारोबारी को गिरफ्तार (Country Liquor Businessman Arrested in patna) कर लिया. पुलिस ने उसके पास से भारी मात्रा में देसी शराब (Country Liquor) बरामद किया है. तस्कर ने पूछताछ के दौरान बताया कि दमराही घाट से कार में देशी शराब रखकर डिलिवरी देने के लिए जा रहा था कि पुलिस ने छापा मारकर गिरफ्तार कर लिया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.दरअसल पटना के दीदार गंज थाना क्षेत्र के चेकपोस्ट इलाके से पुलिस ने कार में छिपा कर ले जा रहे भारी मात्रा में देशी शराब के साथ एक कारोबारी को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि दीदारगंज थाना क्षेत्र के चेकपोस्ट इलाके से पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर भारी मात्रा में अवैध देसी शराब को बरामद किया है. पुलिस ने कार के साथ शराब तस्कर को भी गिरफ्तार किया.

तस्कर ने पुलिस से पूछताछ के दौरान बताया कि शराब की डिलिवरी देने दमराही घाट से कार में देशी शराब लेकर जा रहा था कि अचानक चेकपोस्ट पर पुलिस ने वाहन चेकिंग लगाकर गिरफ्तार कर लिया. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शराब बंदी पर पूरी तरह सख्त हैं और उन्होंने सभी थानों को निर्देश दिया है शराब बंदी को सफल बनाने में पूरी तरह सरकार की मदद करें नहीं तो उनपर कार्रवाई की जायेगी. उस समय से लेकर अबतक राजधानी पटना की पुलिस पूरी तरह अवैध शराब कारोबार को लेकर सख्त है.
बता दें बिहार में शराबबंदी 5 साल से ज्यादा से लागू है लेकिन पिछले कुछ समय में जहरीली शराब से कई लोगों की मौत हुई. आए दिन शराब बरामद की खबरें आती रहती हैं. नीतीश सरकार को शराबबंदी के निर्णय पर लगातार विपक्ष घेर रहा है. नीतीश ने शराबबंदी को लेकर बड़े अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की. बैठक में सभी मंत्री, सभी जिलों के डीएम और एसपी भी शामिल थे.
वहीं नीतीश ने शराबबंदी को सख्ती से लागू कराने के लिए फिर एक बार अपने पुराने अधिकारी एवं वरिष्ठ आईएस केके पाठक ( IAS KK Pathak ) को जिम्मा सौंप दिया है. केके पाठक वही अधिकारी हैं जिन्हें 2016 में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद कानून को सख्ती से लागू कराने का जिम्मा सौंपा गया था. अपने सख्त मिजाज के लिए जाने जाने वाले केके पाठक को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटने के बाद बिहार सरकार ने निबंधन उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग का अपर प्रमुख सचिव नियुक्त किया है.


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