साइबर ठगों का अड्डा बन रहा पटना का पत्रकार नगर, 33 लाख नगद और हीरे की अंगूठी के साथ फ्रॉड गिरफ्तार
बिहार की राजधानी पटना के पत्रकार नगर थाना इलाके से साइबर ठग देश के कई राज्यों के लोगों को लाखों का चूना लगा रहे थे।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिहार की राजधानी पटना के पत्रकार नगर थाना इलाके से साइबर ठग देश के कई राज्यों के लोगों को लाखों का चूना लगा रहे थे। गाड़ियों की एजेंसी देने के नाम पर ठगी करने वाले राष्ट्रीय स्तर के गैंग के एक सदस्य को पत्रकानगर थाना इलाका अंतर्गत के-सेक्टर से गिरफ्तार किया गया है।
पटना और तेलंगाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के दौरान शातिर आकाश कुमार (23) पकड़ा गया। वह मूल रूप से नालंदा जिले के कतरीसराय थानांतर्गत गंगापुर का रहने वाला है। पिछले एक साल से आकाश (के) सेक्टर में दो कमरों का फ्लैट किराये पर लेकर रह रहा था।
उस पर तेलंगाना के साईबराबाद के पंचायत ऑफिस गांव के रहने वाले चिलुका विजय कुमार से एक मोटर्स की एजेंसी दिलवाने के नाम पर 29 लाख रुपये ठगी करने का आरोप था। इसी सिलसिले में तेलंगाना पुलिस शातिर को तलाशते हुए पटना पहुंची थी। आकाश के कमरे से पुलिस ने 33 लाख नकद रुपये, हीरे की अंगूठी और हार के साथ ही पांच मोबाइल फोन बरामद किया है। ट्रांजिट रिमांड पर आरोपित को तेलंगाना पुलिस अपने साथ ले जाएगी। उसकी निशानदेही पर कई जगहों पर छापेमारी की जा रही है।
हर महीने दो करोड़ का ट्रांजैक्शन
पुलिस की जांच में यह बात सामने आयी है कि गिरोह के सदस्य प्रति माह साइबर ठगी से दो करोड़ रुपये का चूना लगाते थे। यानी सालाना ये आंकड़ा 24 करोड़ तक पहुंच जाता है। पिछले दो से तीन दिनों में ही आकाश ने 33 लाख रुपये की ठगी की थी। जिसे पुलिस ने बरामद किया है। सूत्रों के मुताबिक इस गिरोह का सरगना नवादा जिले में रहता है, जिसकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।
क्या कहते हैं एसएसपी
तेलंगाना में हुई साइबर ठगी के मामले में शातिर ठग पकड़ा गया है। पटना पुलिस इस मामले में तेलंगाना पुलिस की मदद कर रही है। हमारी टीम के सहयोग से पत्रकार नगर में जालसाज पकड़ा गया। उससे पूछताछ की जा रही है। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में छापेमारी जारी है। -डॉ मानवजीत सिंह ढिल्लों, एसएसपी, पटना
गिरोह में एक दर्जन से ज्यादा लोग
साइबर ठगों के गैंग में कई पद हैं। ठगी कैसे करनी है, इसका मास्टरमाइंड अलग है। जबकि लोगों को कॉल करने के लिये युवतियों की बहाली की गयी है। ठगी के पैसे खाते में आने पर उसे निकालने जाने वाले व्यक्ति को भी कमीशन मिलता है। वहीं फर्जी खातों का इंतजाम करने वाला भी इस गिरोह में शामिल हैं। गिरफ्तार साइबर ठग ने यह खुलासा किया है कि एक दर्जन से अधिक लोग उसके गिरोह में शामिल हैं।