सूबे के 3 हजार मतदान केंद्रों से होगी लाइव वेब कास्टिंग
3 हजार ऐसे मतदान केंद्र हैं, जहां से इस बार मतदान प्रक्रिया की लाइव वेब कास्टिंग होगी
पटना: राज्य में 78 हजार से अधिक मतदान केंद्र हैं, जहां लोकसभा चुनाव में मतदान की व्यवस्था होगी, इसमें 3 हजार ऐसे मतदान केंद्र हैं, जहां से इस बार मतदान प्रक्रिया की लाइव वेब कास्टिंग होगी. भारत निर्वाचन आयोग ने राज्य के अधिक से अधिक मतदान केंद्रों पर लाइव वेब कास्टिंग की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है. इस बाबत मतदान केंद्रों पर कैमरा लगाने वाली कंपनियों के लिए निविदा भी आमंत्रित कर दी गई है. इस बार 50 फीसदी मतदान केदों से लाइव प्रसारण की व्यवस्था की जाएगी. इससे पहले केवल मतदान केद्रों से वीडियो ही दिखायी जाती थी, लेकिन इस बार वीडियो के साथ ऑडियो भी सुनने की व्यवस्था होगी. इसके लिए कमरे में एक चिप लगायी जाएगी तथा नये सॉफ्टवेयर के जरिये वीडियो और ऑडियो दोनों सुनाई देगा. निर्वाचन अधिकारियों के साथ-साथ आम मतदाताओं की क्या गतिविधियां हैं इसकी जानकारी मिल सकेगी. नई तकनीक पर आधारित कैमरे की विशेषता होगी कि उसे सामान्य बिजली के प्लक में कनेक्शन दिया जा सकता है तथा बिजली नहीं रहने के बाद भी कमरे में लगी बैटरी के बैकअप से रिकॉर्डिंग या ऑडियो को प्रसारित किया जा सकेगा. प्रत्येक मतदान केंद्र पर दो कैमरे लगाए जाएंगे एक कैमरा मतदान हॉल में तथा दूसरा बाहर की गतिविधियों को देखने के लिए लगाया जाएगा. लाइव वेब कास्टिंग करने की व्यवस्था पहले प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के पांच प्रतिशत मतदान केंद्रों पर ही रहती थी, लेकिन भारत निर्वाचन आयोग ने इसकी संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया तथा नई तकनीक पर आधारित व्यवस्था करने को कहा है. राज्य में सर्विस वोटरों के लिए इस बार नई व्यवस्था की गई है. पीठासीन पदाधिकारी, मतदान अधिकारी या मतदान प्रक्रिया में भाग लेने वाले अन्य कर्मचारियों के लिए इस बार कैंप का आयोजन किया जाएगा, जहां वे मतदान कर सकेंगे. यह काम संबंधित जिलों में मतदान की तिथि के पहले लगाया जाएगा, ताकि वहां सर्विस वोटर बैलेट पेपर के माध्यम से मतदान का प्रयोग कर सकें.
मतदाता जागरूकता के लिए हुई मेहंदी प्रतियोगिता
समाज कल्याण विभाग की आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं की ओर से परियोजना क्षेत्रों में मतदाताओं को जागरूक किया गया. मतदाता जागरूकता थीम पर मेंहदी प्रतियोगिता, रंगोली, शपथ-ग्रहण, स्लोगन, रैली, संगोष्ठी इत्यादि कार्यक्रमों से मतदान के लिए प्रेरित किया गया.