Lakhisarai। समाहरणालय स्थित मंत्रणा कक्ष में आज जल जीवन- हरियाली -दिवस का आयोजन किया गया। विदित हो कि जल-जीवन-हरियाली दिवस प्रत्येक माह के प्रथम मंगलवार को आयोजित किया जाता है। इसके तहत जल जीवन हरियाली अभियान अंतर्गत आयोजक विभाग, मनरेगा (ग्रामीण विकास विभाग) द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में जल जीवन हरियाली अभियान के क्रियान्वयन विषय पर परीचर्चा आयोजित की गई।
परीचर्चा की शुरुआत उप विकास आयुक्त, सुमित कुमार द्वारा की गई। उन्होंने बताया कि जल जीवन हरियाली अभियान बिहार सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है। इसका शुभारंभ 2 अक्टूबर 2019 को गांधी जयंती के दिन हुआ था। उन्होंने बताया कि चेक डैम निर्माण, तालाब का जीर्णोद्धार, अमृत सरोवर निर्माण, खेत पोखरी निर्माण, रैन वाटर हार्वेस्टिंग, पौधशाला सृजन वृक्षारोपण इत्यादि द्वारा जल संरक्षण किया जा सकता है
उन्होंने इस पर विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि जल जीवन हरियाली के प्रमुख कई अवयव हैं। जिसमें सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं को चिन्हित करके अतिक्रमण मुक्त करना। ,सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं का जीर्णोद्धार करना, कुओं को चिन्हित करके उनका जीर्णोद्धार करना, कुओं के किनारे सोखता या रिचार्ज की संरचना बनाना,छोटी-छोटी नदियों और नालों में चेक डैम बनाना, पहाड़ी क्षेत्र में जल संग्रहण के लिए संरचनाएं बनाना, नए जल स्रोतों का निर्माण करना, अधिशेष नदी जल को जल की कमी वाले क्षेत्रों में ले जाना, भवनों में छत पर वर्षा जल संचयन के संरचना बनाना, पौधशाला बनाना और वृक्षारोपण करना, वैकल्पिक फसलें उगाना, टपकन सिंचाई करना, जैविक खेती करना, सौर ऊर्जा का इस्तेमाल बढ़ाना और ऊर्जा बचाना एवं जल जीवन हरियाली जागरूकता अभियान चलाना शामिल हैं। बैठक में निदेशक जिला ग्रामीण विकास अभिकरण नीरज कुमार, सिविल सर्जन बीपी सिन्हा , डीपीआरओ विनोद प्रसाद सहित अन्य जिला एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारीगण उपस्थित थे।