बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा में पहले दिन 100 परीक्षार्थी निष्कासित, 20 फर्जी पकड़े गए, जानें किस जिले के कितने छात्र हुए बाहर
मैट्रिक परीक्षा गुरुवार से शुरू हुई। प्रदेश भर में परीक्षा शांतिपूर्ण रही। दोनों पाली मिलाकर प्रदेश भर में 100 परीक्षार्थी निष्कासित किये गये।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मैट्रिक परीक्षा गुरुवार से शुरू हुई। प्रदेश भर में परीक्षा शांतिपूर्ण रही। दोनों पाली मिलाकर प्रदेश भर में 100 परीक्षार्थी निष्कासित किये गये। वहीं 20 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गये। इसमें कई उम्र छुपाकर परीक्षा दे रहे थे तो वहीं कई ऐसे थे जो छात्र के बदले परीक्षा देने पहुंचे थे। फोटो मिलान में ये सभी पकड़े गये। सबसे ज्यादा सारण में 28 और वैशाली में 15 परीक्षार्थी निष्कासित किये गये। वहीं सबसे ज्यादा फजीं छात्र सुपौल जिला से पकड़े गये। पहले दिन गणित विषय की परीक्षा ली गयी। दो पालियों में ली गयी परीक्षा के लिए प्रदेश भर में 1525 परीक्षा केंद्र बनाये गये थे। परीक्षा में 16 लाख 48 हजार 894 परीक्षार्थियों को शामिल होना था।
मोतिहारी में वायरल प्रश्नपत्र की होगी जांच: डीएम
मैट्रिक परीक्षा के पहले दिन ही मोतिहारी में प्रश्न पत्र वायरल होने की जांच के आदेश दिए गए हैं। मोतिहारी डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि वायरल प्रश्न पत्र की पुष्टि करा ली गई है। जांच के लिए अपर समाहर्ता के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम का गठन कर दिया गया है। टीम विभिन्न बिंदुओं पर जांच करेगी। टीम में सदर एसडीओ, डीईओ, एसडीपीओ शामिल हैं। वहीं पुलिस का साइबर सेल इस बात की जांच कर रहा है कि प्रश्न पत्र यहां से वायरल हुए हैं या दूसरे जिले से। प्रथम पाली की परीक्षा में जे सेट के 16 आब्जेक्टिव प्रश्न सोशल मीडिया पर वायरल हो गए।
जिलावार निष्कासित परीक्षार्थी की संख्या
पटना- छह, नालंदा- सात, भोजपुर- पांच, नवादा- दो, सारण- 28, सुपौल- तीन, मधेपुरा- दो, बांका- एक, खगड़िया- 12, लखीसराय- तीन, रोहतास- एक, वैशाली- 15, सीवान- एक, गोपालगंज- एक, समस्तीपुर- एक, सहरसा- दो, जमुई- छह, बेगूसराय- चार
फर्जी छात्र
सुपौल- आठ, नालंदा - सात, जहानाबाद- चार, दरभंगा- एक