एमजीएम अस्पताल में डॉक्टर और मंत्री के बीच हाई वोल्टेज ड्रामा, लगाए गंभीर आरोप
जमशेदपुर का सबसे बड़ा अस्पताल एमजीएम हमेशा सुर्खियों में बना रहता है. एक बार फिर अस्पताल की व्यवस्था पर सवाल खड़ा होता नजर आ रहा है. ताजा मामला डॉक्टर और पूर्व मंत्री के बीच का है, जहां जमकर विवाद हुआ. इमरजेंसी वार्ड से लेकर अस्पताल कैंपस में घंटों तक डॉक्टरों और पूर्व मंत्री के बीच हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला. पूर्व मंत्री ने डॉक्टर पर बदतमीजी और मरीज को नहीं देखने का आरोप लगाया, तो डॉक्टर ने पलटवार करते हुए कहा कि चुनाव सामने हैं. पूर्व मंत्री से मंत्री बनना चाहते हैं. जमशेदपुर में कोल्हान के सबसे बड़े एमजीएम अस्पताल तो आए दिन किसी न किसी कारनामों से सुर्खियों में रहता ही है.
डॉक्टर और मंत्री जी के बीच हाई वोल्टेज ड्रामा
जांच करने का आश्वासन मिलता है, फिर मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है. वहीं, एक बार फिर से अस्पताल चर्चा में है. जहां आजसू पार्टी के पूर्व मंत्री रामचंद्र सहित अपने एक कार्यकर्ता को गंभीर हालत में एमजीएम अस्पताल लेकर आए और उसके बाद डॉक्टर व पूर्व मंत्री के बीच विवाद हो गया. पहले पूर्व मंत्री जी को होमगार्डों ने कुछ बोला, तो डॉक्टर ने सारी हदें पार कर दी.
चैंबर में बैठकर गेम खेलते हैं डॉक्टर
पूर्व मंत्री का आरोप है कि डॉक्टर चैंबर में बैठकर मोबाइल में गेम खेलते हैं और मरीज तड़पता रहता है. मैंने जाकर जब बोला तो डॉक्टर ने मेरे साथ भी बदतमीजी की और कहा कि आप ही इलाज कर लीजिए. मरीज की स्थिति गंभीर होने के बावजूद ना डॉक्टर और ना ही नर्स उसे देखने आए. जब इसका मंत्री ने विरोध किया तो डॉक्टर ने कहा कि मंत्री होंगे तो आप पार्टी के होंगे, यहां हमारा राज चलेगा.
अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन होगा शुरू
हालांकि पूर्व मंत्री ने इस मामले को गंभीरता से लिया और कहा कि जिस शहर से राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हैं, वहां के अस्पताल की यह हालत है. आए दिन गरीब परिवार के लोग यहां आते हैं और डॉक्टरों की लापरवाही से तड़प कर मर जाते हैं या तो प्राइवेट अस्पताल में जाने को मजबूर हो जाते हैं. यहां कोई देखने वाला नहीं है. यह काफी गलत बात है. अगर इस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं होती है तो अब आजसू पार्टी एमजीएम अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन शुरू करेगा.
पूर्व मंत्री अब मंत्री बनना चाहते हैं- डॉक्टर
जानकारी के अनुसार पूर्व मंत्री को देखते ही कई मरीज भी अपनी समस्या लेकर उनके पास पहुंच गए. लोगों ने बताया कि मरीज को कोई देखने नहीं आता और डॉक्टर से बोलने पर डॉक्टर चिल्लाने लगते हैं. वहीं, मंत्री जी और डॉक्टर के बीच घंटों हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा. जब मंत्री जी आग बबूला हो गए तो डॉक्टर भी कैसे कम रहते. मंत्री का विरोध करने के लिए इमरजेंसी वार्ड के सभी डॉक्टर काम छोड़ बाहर निकल गए और उन्होंने कहा कि मंत्री जी हमें अपना काम सिखा रहे हैं. अपना काम तो ठीक ढंग से करते नहीं, दूसरों को काम सिखाने आए हैं. इसके साथ ही डॉक्टरों ने कहा कि मंत्री जी के लगाए गए सभी आरोप गलत है. हम लोगों ने मरीज को देखा था, भले ही चुनाव आने वाला है और पूर्व मंत्री अब मंत्री बनना चाहते हैं तो इस तरह के ड्रामेबाजी कर रहे हैं. मंत्री जी के इस बयान पर सभी डॉक्टरों ने काम का बहिष्कार कर दिया.
मंत्री ने की कार्रवाई की मांग
एमजीएम अस्पताल में मामला बिगड़ता देख एमजीएम अस्पताल के उप अधीक्षक पहुंचे, जिसके बाद उन्होंने पूर्व मंत्री से पूरे मामले की जानकारी ली. साथ ही बताया कि जब पूर्व मंत्री से ऐसा व्यवहार किया जा रहा है, तो आम लोगों से क्या होता होगा. वह आप भी समझ रहे होंगे. पूर्व मंत्री ने अधीक्षक से ऐसे लापरवाह डॉक्टरों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.