Gaya: जमीन रहते हुए स्कूल को घोषित किया भूमिहीन
पोषक क्षेत्र के लोगों में आक्रोश
गया: वर्ष 1954 में स्थापित नगर के राजकीय प्राथमिक कन्या विद्यालय लक्ष्मीसागर के पास अपनी भूमि एवं अपना भवन रहने के बावजूद विभाग की ओर से इसे वहीं के मध्य विद्यालय सैदपुर में मर्ज कर दिया गया है. इसे लेकर पोषक क्षेत्र के लोगों में आक्रोश है.
राजकीय प्राथमिक कन्या विद्यालय लक्ष्मीसागर को भूमि दान करने वाले भूमिदाता के परिजन पंकज ठाकुर एवं पोषक क्षेत्र के दर्जनों लोगों ने आक्रोश जाहिर किया है. स्थानीय लोगों ने बताया कि भूमिदाता की ओर से 24 मार्च 1976 को गंगेश्वरी कन्या मध्य विद्यालय के नाम से भूमि दान की गयी थी. इसका पुख्ता अभिलेख विद्यालय के पास मौजूद है. भूमिदाता के परिजनों की ओर से बार-बार विभाग को यह लिखकर दिया जाता रहा है कि विद्यालय में भूमिदाता के हटाए गए नाम को फिर से जोड़ दिया जाए.
नगर निगम की ओर से विद्यालय को होल्डिंग टैक्स के लिए गंगेश्वरी देवी मध्य विद्यालय के नाम से कई नोटिस आया हुआ है जो संरक्षित है. भूमिदाता के परिजनों की ओर से विभाग को भी कई बार स्मारित किया गया कि भूमिदाता का नाम विद्यालय में संबद्ध किया जाए, लेकिन इन सब बातों को अनसुना करते हुए विभाग ने इस विद्यालय को भूमिहीन एवं भवनहीन करार देते हुए मध्य विद्यालय सैदपुर में संविलित कर दिया. स्थानीय लोगों ने विभाग से मांग की है कि अविलंब प्राथमिक विद्यालय कन्या लक्ष्मीसागर को इसके भूमिदाता का नाम जोड़ते हुए मूल स्वरूप में लौटाया जाए तथा जिस मध्य विद्यालय में मर्ज किया गया है वहां से पूरी तरह मुक्त कराया जाए.
स्कूल की प्रधानाध्यापिका ने बताया कि जनवरी 2024 को स्थल निरीक्षण कर जमीन के अभिलेख देखने का निर्देश डीपीओ समग्र शिक्षा अभियान के नाम से आया था लेकिन किन्हीं की ओर से स्थल निरीक्षण नहीं किया गया. मेरी ओर से स्कूल के भूमि से संबंधित पर्याप्त साक्ष्य विभाग में जमा कराया गया जिसकी रिसीविंग भी मेरे पास सुरक्षित है. इसके बावजूद इस विद्यालय के साथ इस तरह का अमानवीय विभागीय व्यवहार किया गया है.
मालूम हो कि इसी तरह का मामला प्राथमिक विद्यालय चूनाभट्ठी लक्ष्मीसागर का भी है. यह जानकारी देते हुए वार्ड 15 की पार्षद सुचित्रा रानी ने बताया कि हमारे वार्ड का यह विद्यालय प्राथमिक विद्यालय गरीब बच्चों के पढ़ने का एकमात्र सहारा था जिसे विभाग की ओर से मिटा दिया गया. इस संबंध में पूछे जाने पर प्रारंभिक शिक्षा एवं समग्र शिक्षा अभियान के डीपीओ रवि कुमार ने बताया कि स्कूलों को मर्ज करने का कार्य प्रखंड शिक्षा अधिकारी एवं लेखापाल की ओर से बढ़ाया गया था. पुन नगर के लेखपाल से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मध्य विद्यालय सैदपुर एवं प्राथमिक कन्या विद्यालय लक्ष्मीसागर दोनों की ओर से भूमि के स्वामित्व को लेकर दावा प्रस्तुत किया गया. यही जानकारी विभाग को सौंपी गई. संविलियन का कार्य पटना से ही हुआ.