बगहा Bagnaha: नेपाल और उतर प्रदेश की सीमा से होकर गुजरने वाली गंडक नदी में रविवार को 4 लाख 40 हजार क्यूसेक रिकॉर्ड पानी छोड़े जाने के बाद बगहा के कई निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है। इसी बीच नदी थाना अंतर्गत नवका टोला बिनवलिया गांव में भी लोगों के घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है। जिसके बाद ग्रामीण रतवल-धनहा को यूपी से जोड़ने वाली मुख्य सड़क किनारे टेंट और तंबू तानकर गुजर बसर कर रहे हैं, जिन्हें भोजन पानी के लाले पड़ गए हैं। हालांकि, प्रशासन ने मुनादी कर लोगों से ऊंचे स्थानों पर जाने की सूचना दे दी थी।
ग्रामीणों ने सड़क किनारे तंबू तानकर ली शरण
दरअसल, धनहा-रतवल पुल से होकर गुजरने वाली गंडक नदी के तराई में यह गांव बसा है। यहीं वजह है कि जैसे ही गंडक नदी में उफ़ान आया, वैसे ही नवका टोला और Binwaliaगांव में बाढ़ ने दस्तक दे दी। लिहाजा घरों में बाढ़ का पानी घुसने के बाद ग्रामीणों ने मुख्य सड़क किनारे तंबू तानकर शरण ले ली है। बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि तंबू में हीं उनका जीवन यापन चल रहा है। तीन चार दिनों से ये लोग सड़क किनारे तंबू में रह रहे हैं। इस बीच महज एक बार मुखिया द्वारा थोड़ा-थोड़ा चूड़ा और गुड़ का वितरण किया गया है। वे सड़क किनारे ही किसी तरह खाना बना और खा रहे हैं और बच्चों का पेट पाल रहे हैं।
मुखिया ने कम्युनिटी किचन में खाने को कहा है, लेकिन...'
लोगों का कहना है कि मुखिया ने Community किचन में खाने को कहा है, लेकिन वह यहां से दूर है। लिहाजा हम लोग जा नहीं सकते हैं। ऐसे में अब सड़क किनारे रह रहे लोगों को बाढ़ का पानी कम होने का इंतजार है ताकि वे फिर अपने घरों में जाकर रह सकें।