कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज, खनन विभाग के इंस्पेक्टर को मिली जान से मारने की धमकी
पटना। राजधानी पटना में बुधवार को पटना के सगुना मोड़ पर अभियान चला रहे खनन विभाग के अधिकारियों ने कई ओवरलोड बालू से भरे ट्रक को जब्त किया और उसे दानापुर थाने में लगवा दिया। इसके बाद दर्जनों असामाजिक तत्व खनन विभाग पहुंचे और फाइन कम करने की मांग करने लगे। साथ ही खनन विभाग में रखें फाइन के कागजात को भी फाड़ दिया। जब अधिकारियों ने उनकी बात मानने से इनकार किया तो मौके पर मौजूद संतोष कुमार नाम के एक युवक ने खुद को दानापुर के आरजेडी एमएलए रीतलाल यादव का भाई बताकर अधिकारियों और कर्मियों को जान से मारने की धमकी दी। इस पूरे प्रकरण में पटना के कोतवाली थाना में लिखित शिकायत की गई। जिसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया है। बड़ी बात यह है कि धमकी देने वाला शख्स खुद को राजद विधायक रीतलाल का भाई बताया। इस मामले में जिस शख्स के ऊपर आरोप लगा है, उसका नाम संतोष कुमार है। वो पालीगंज के उदयपुर गांव के अंकूरी का रहने वाला है। आरोप है कि यह अपने 8-10 साथियों के साथ जिला खनन कार्यालय पहुंचा था। दरअसल, यह पूरा मामला बालू के अवैध खनन और उसके ट्रांसपोर्टेशन से जुड़ा है। अवैध खनन के बाद बालू से लोड ट्रक को खनन इंस्पेक्टर व उनकी टीम ने छापेमारी कर पकड़ा था। जो अभी तक दानापुर थाना में जब्त है। उसे संतोष बिना जुर्माना के ही छुड़वाना चाहता था।
वही खनन कार्यालय के कर्मियों ने पुलिस को बताया कि जब ऐसा करने से वहां मना किया गया। तब संतोष कुमार ने वहां मौजूद कर्मियों के साथ मारपीट की। सरकारी व गोपनीय कागजातों को नुकसान पहुंचाया। कर्मियों को जान से मार देने की धमकी दी। कर्मचारियों के अनुसार संतोष ने घमकी दिया कि वो पुलिस और जिला प्रशासन उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकती। ऑफिस से बाहर निकलोगे तो तुम्हारी हत्या कर दी जाएगी। इसके बाद से कर्मचारी डरे हुए हैं। जानकारी मिलते ही कोतवाली थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई। हालांकि, पुलिस के पहुंचने से पहले ही संतोष और उसके लोग वहां से भाग गए। इसके बाद ही जिला खनन कार्यालय के लिपिक अरुण ने कोतवाली थाना में संतोष कुमार और उसके साथियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया गया हैं।