पटना बख्तियारपुर-नगरनौसा सड़क की सफाई शुरू, ग्रामीण कार्य विभाग के अभियंता एवं अभियंता ने किया निरीक्षण
ग्रामीण कार्य विभाग के अभियंता एवं अभियंता ने किया निरीक्षण
बिहार बख्तियारपुर-नगरनौसा सड़क की मरम्मत शुरू हो गई है. वहीं ग्रामीण विभाग के अधिकारी-इंजीनियर सड़क का निरीक्षण करने पहुंचे. विभाग के अभियंता प्रमुख अमरेंद्र कुमार सिन्हा ने सात किमी लंबी सड़क मार्ग का जायजा लिया.
इसके बाद ग्रामीण कार्य विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया. महज एक महीने पहले करोड़ों की लागत से बनी बख्तियारपुर नगरनौसा छठी घाट मार्ग में कई जगहों पर सड़क में दरारें आ गई थी. पटना -बख्तियारपुर फोरलेन के 49 वें किलोमीटर से छठी घाट कल्याण बिगहा को जोड़ने वाले इस ग्रामीण पथ का हाल ही में लोकार्पण किया था लेकिन एक माह के अंदर ही सड़क पर दर्जनों जगहों पर मोटी दरारें आ गई, जबकि कई जगह सड़क धंस गई. मुख्य अभियंता ई. खलीकुज्जना ने अपनी मौजूदगी में सड़क की मरम्मत शुरू कराया. इस दौरान एसडीओ सुभाष कुमार और कनीय अभियंता जेपी सिंह भी मौके पर मुस्तैद दिखे. सड़क की
झारखंड सरकार का पेसा कानून संविधान सम्मत नहीं
नेशनल फोरम ऑफ वीकर सेक्शन ऑफ द सोसाइटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सहदेव राम ने कहा कि झारखंड सरकार की ओर से पारित पेसा कानून संविधान सम्मत नहीं है. संसदीय अधिनियम पेसा कानून 1996 में उल्लेखित प्रावधानों को हटाकर राज्य सरकार की ओर से अपना कानून पारित करना गलत है.
भारत सरकार ने यहां के आदिवासियों एवं मूलवासियों के हित एवं अधिकार के लिए संसदीय कानून पेशा 1996 पारित किया है. झारखंड जब बिहार सरकार के अधीन था तो बिहार सरकार ने 6 मार्च 1998 को पेसा कानून के प्रावधानों को स्वीकारते हुए संकल्प पत्र जारी किया था. उसे भी झारखंड सरकार द्वारा नजर अंदाज किया जा रहा है. यह लोगों के लिए ठीक नहीं है.