BPSC सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा15 जून के बाद होने की संभावना - सूत्र
67वीं बीपीएससी-सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. पेपर लीक होने के कारण पीटी को रद्द कर दिया गया था.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। 67वीं बीपीएससी-सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. पेपर लीक होने के कारण पीटी को रद्द कर दिया गया था. सूत्रों की मानें तो अब यह परीक्षा 15 जून के बाद आयोजित की जा सकती है. पुलिस जांच रिपोर्ट आने के बाद परीक्षा तिथि पर मंथन किया जाएगा. बताया जाता है कि 67वीं बीपीएससी-सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा के बाद इसे ऑनलाइन मोड में कराने पर आयोग विचार कर सकता है. फिलहाल यह परीक्षा ऑफलाइन मोड में ही होगी. बता दें कि रविवार को परीक्षा शुरू होने के कुछ देर पहले ही प्रश्नपत्र लीक हो गया था. इससे पूरे प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
सूत्रों ने बताया कि बीपीएससी सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा फिलहाल ऑफलाइन मोड में ही लिया जाएगा. इसके बाद आयोग इसे ऑनलाइन मोड में कराने पर विचार कर सकता है. बता दें कि प्रारंभिक परीक्षा का पर्चा लीक होने के बाद इसे रद्द करने का फैसला किया गया था. इसके बाद से ही हजारों की तादाद में अभ्यर्थी परीक्षा की संशोधित तिथि को लेकर आयोग के नोटिफिकेशन का इंतजार कर रहे हैं. अब सूत्रों के हवाले से यह खबर सामने आ रही है कि यह रद्द की गई प्रारंभिक परीक्षा 15 जून के बाद ली जाएगी. पर्चा लीक मामले में जांच एजेंसियों ने कई गिरफ्तारियां भी की हैं. फिलहाल मामले की जांच चल रही है और सबको जांच रिपोर्ट का इंतजार है.
परीक्षा केंद्र को लेकर पुनर्विचार संभव
इस बीच एक और बड़ी खबर सामने आ रही है. बिहार लोकसेवा आयोग परीक्षा केंद्र को लेकर पुनिर्वचार कर सकता है. बताया जाता है कि आयोग अनुमंडल स्तर पर बनाए गए परीक्षा केंद्रों को हटा सकता है, ताकि दोबारा से किसी तरह की धांधली की आशंकाओं को दूर किया जा सके. 67वीं बीपीएससी सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा के लिए अनुमंडल स्तर पर भी केंद्र बनाए गए थे. विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे में पेपर लीक होने की आशंका बनी रहती है, ऐसे में इस बार अनुमंडल स्तर पर बनाए गए परीक्षा केंद्रों को हटाया जा सकता है.
सीएम नीतीश कुमार सख्त नाराज
बीपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा का पर्चा लीक होने से व्यवस्थाओं को लेकर सवाल उठने लगे. इन सबके बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पर सख्त नाराजगी जताते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगी. वहीं, जांच एजेंसियों ने पर्चा लीक मामले में बीडीओ स्तर के अधिकारियों को गिरफ्तार किया है.