बिहार: राज्य में बालू की किल्लत जल्द दूर होगी, सरकार उठा रही ये कदम
प्रदेश में बालू की किल्लत से लटके निर्माण कार्यों में तेजी आएगी। सरकार इसके लिए गंभीर है और आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। प्रदेश में बालू की किल्लत से लटके निर्माण कार्यों में तेजी आएगी। सरकार इसके लिए गंभीर है और आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। अगले साल जनवरी से बालू की किल्लत दूर हो जाने की संभावना है। सरकार के आदेश पर राज्य में दूसरे चरण में आठ जिलों में स्थित 191 बालू घाटों की नीलामी प्रक्रिया शुरू हो गई है। रविवार को पहले दिन 80 बालू घाटों की नीलामी की गई। बाकी 111 बालू घाटों की नीलामी प्रक्रिया सोमवार को संपन्न की जाएगी।
दूसरे चरण के तहत वैशाली, अरवल, नवादा, बांका किशनगंज, बक्सर और बेतिया में बालू की नीलामी प्रक्रिया शुरू की गई है। यह नीलामी घाटों के क्लस्टर के रूप में संचालित की जा रही है। ताकि बड़े निवेशक भी बोली लगा सकें। सफल बोलीदाताओं को वर्क ऑर्डर लेने से पहले पेशगी के तौर पर राशि देनी होगी। इसके लिए एक सप्ताह का समय दिया जाएगा। इसके उपरांत वर्क ऑर्डर लेते ही बालू घाटों की बंदोबस्ती पाने वाले बालू खनन की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं।
बताते चलें कि बिहार में बालू की कीमत में काफी बढोत्तरी हो गयी है। इसकी वजह यह है कि अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए सरकार ने बालू घाटों पर चल रह खनन पर रोक लगा दिया था। एनजीटी के आदेश पर भी बालू खनन काफी प्रभावित हुई। इस बीच बालू माफिया और उनसे सांठ गांठ रखने वाले कई बड़े अधिकारियों पर भी कार्रवाई हुई। माना जा रहा है कि सरकार के इस कदम से बालू की कीमत नियंत्रित होगी।