Bihar: जहरीली शराब पीने से एक व्यक्ति की मौत, दो की आंखों की रोशनी चली गई
Muzaffarpurमुजफ्फरपुर : सीवान (छपरा) और गोपालगंज में जहरीली शराब के सेवन से 33 लोगों की मौत से मचे कोहराम के बाद, बुधवार को मुजफ्फरपुर के हथौड़ी थाना क्षेत्र से एक व्यक्ति की मौत और दो अन्य के इसी कारण से अस्पताल में भर्ती होने का मामला सामने आया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मृतक की पहचान श्याम सहनी (25) के रूप में हुई है, जो रात में अपने दोस्तों के साथ शराब पार्टी में शामिल होने के लिए अपने घर से निकला था, जिसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी और उसकी आंखों की रोशनी चली गई।
साहनी को इलाज के लिए श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसकेएमसीएच) में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। अधिकारियों के अनुसार, मुकेश सहनी और विरोधी सहनी के रूप में पहचाने गए दो अन्य लोगों ने भी शराब के कारण अपनी आंखों की रोशनी खो दी है और वर्तमान में उनका इलाज चल रहा है। मुकेश सहनी की हालत गंभीर है। पुलिस जगह-जगह छापेमारी कर रही है और मामले की आगे की जांच कर रही है।
राजद प्रवक्ता प्रियंका भारती ने लोगों की दुर्दशा की अनदेखी करने के लिए राज्य सरकार की आलोचना की। "मुजफ्फरपुर में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई और कई की मौत हो गई । अगर भाजपा जेडीयू नेताओं को हिंदू मुस्लिम से फुर्सत हो तो इस महिला को देख लें। तुम लोगों ने इसकी दुनिया बर्बाद कर दी है," उसने एक्स पर पोस्ट किया। 18 अक्टूबर को गोपालगंज और सीवान में जहरीली शराब पीने से 33 लोगों की मौत हो गई।
गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अवधेश दीक्षित ने कहा कि विशेष जांच दल (एसआईटी) मामले की जांच कर रहा है और जहरीली शराब त्रासदी के सिलसिले में 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गोपालगंज एसपी ने कहा, "दो लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है। 4-5 लोगों का इलाज चल रहा है। एसआईटी जांच और छापेमारी कर रही है। हम उन लोगों की पहचान कर रहे हैं जिन्होंने अवैध शराब का सेवन किया होगा और कार्रवाई करेंगे। हमने 14 लोगों को गिरफ्तार किया है और 200 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की है | इस बीच, भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार इस मुद्दे पर प्रभावी ढंग से काम कर रही है। इस त्रासदी के बाद विपक्षी दलों ने नीतीश कुमार सरकार द्वारा शराब की बिक्री और खपत पर लगाए गए प्रतिबंध की प्रभावशीलता पर सवाल उठाते हुए राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू कर दिया है। (एएनआई)