बिहार | राज्य के 10 कृषि फार्म बीज उत्पादन के लिए निजी क्षेत्र को दिए जाएंगे. बिहार को बीज उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए यह निर्णय लिया गया है. अन्य कृषि फार्म में भी आने वाले दिनों में बीज उत्पादन होगा.
बिहार में सीड हब विकसित किए जाएंगे. चौथे कृषि रोड मैप पर बामेती सभागार में सीड हब, बीज उत्पादन एवं रबी उन्मुखीकरण पर हुई परिचर्चा के दौरान यह जानकारी दी गई. इस दौरान मुख्यमंत्री के कृषि सलाहकार डॉ. मंगला राय ने कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए. उन्होंने राज्य के दोनों कृषि विश्वविद्यालयों को आपसी समन्वय बनाकर उन्नत बीज उत्पादन करने को कहा. कृषि सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि शुरुआती चरण में राज्य के 10 राजकीय बीज गुणन प्रक्षेत्रों (कृषि फार्म) में पीपीपी मोड में बीज उत्पादन किया जाएगा. सभी फसलों के बीज प्रतिस्थापन दर में बढ़ोतरी की जाएगी. 50 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र का एक कलस्टर का निर्माण किया जाएगा. स्थानीय किसानों की जरूरत के अनुसार गुणवत्तापूर्ण बीज के उन्नत प्रभेदों का उत्पादन किया जाएगा. इस कार्य में दोनों कृषि विश्वविद्यालयों, बीसा तथा इंटरनेशनल क्रॉप्स रिसर्च इंस्टीच्यूट फॉर द सेमी एरीड ट्रॉपिक्स, हैदराबाद (इक्रीसेट) का सहयोग लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि राजकीय बीज गुणन प्रक्षेत्रों में कई समस्याओं के कारण बीज का उत्पादन बहुत कम होता है. वर्तमान में आवश्यक संसाधन उपलब्ध नहीं है. इन सभी समस्याओं को दूर किया जाएगा.