पार्टी नेताओं से मंथन के बाद सीएम नीतीश ने की लालू से मुलाकात, सीट बंटवारे पर चली लम्बी चर्चा
बिहार | राजधानी पटना में रविवार को बड़ी राजनीतिक हलचल देखने को मिली है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज दोपहर में अचानक लालू यादव से मिलने के लिए पटना में राबड़ी आवास पहुंचे हुए थे. इससे पहले नीतीश जदयू प्रदेश कार्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ-साथ प्रदेश अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों के साथ एक लंबी बैठक की. नीतीश कुमार की ओर से अचानक एक के एक बाद बड़ी बैठकों के बाद विपक्षी गठबंधन इंडिया में सीट शेयरिंग को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है.माना जा रहा है कि नीतीश कुमार अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की मौजूदगी में आरजेडी प्रमुख लालू यादव से मिलकर विपक्षी गठबंधन इंडिया में सीट शेयरिंग फॉर्मूले पर चर्चा की है।
ऐसा इसलिए क्योंकि गठबंधन की अब तक तीन बड़ी बैठक हो चुकी है, लेकिन सीट शेयरिंग को लेकर विपक्षी दल अभी तक किसी भी फैसले पर नहीं पहुंच पाए हैं. सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार और लालू यादव के बीच में सीट शेयरिंग को लेकर भी चर्चा हुई है.नीतीश कुमार और लालू यादव के बीच यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब एक दिन बाद यानी सोमवार को बिहार में कैबिनेट की बैठक होने वाली है. ऐसे में कैबिनेट बैठक से ठीक पहले नीतीश कुमार का पार्टी के नेताओं से मिलना और फिर लालू यादव के पास जाना बिहार की सियासत में एक नई चर्चा को जन्म दे दिया है. माना जा रहा है कि नीतीश कुमार कल होने वाली कैबिनेट बैठक में बिहार के करीब 4 लाख नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मचारी का दर्ज देने पर कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं.बिहार की सियासत में इस बात को लेकर चर्चा तेज हो गई है कि नीतीश सरकार दशहरा और दिवाली से पहले नियोजित शिक्षकों को लेकर बड़ा कदम उठा सकती है. इसके लिए सरकार की ओर से एक आंतरिक कमेटी का गठन भी किया गया था जिसने मुख्यमंत्री को अपनी रिपोर्ट भी सौंप दी है. राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो बिहार में नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मचारी का दर्जा देकर नीतीश कुमार एक बड़े वोटबैंक को अपनी तरफ मोड़ने में सफल हो सकते हैं.लालू यादव और नीतीश कुमार के बीच आज हुई बैठक से ठीक दो दिन पहले सीपीआई (एम) महासचिव सीताराम येचुरी बिहार के मुख्यमंत्री के साथ-साथ लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव से मिले थे. बैठक के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा था कि हमारे बीच आने वाले दिनों में इंडिया गठबंधन को मजबूत करने पर चर्चा हुई है. गठबंधन में जो दल शामिल होना चाहते हैं उनके संबंध में कैसे फैसला लिया जाए इस मुद्दे पर भी बातचीत हुई. देश को बचाने के लिए बीजेपी को सत्ता से दूर रखना जरूरी है. खासकर बिहार में कोशिश यही होनी चाहिए की यहां पर गठबंधन 40 की 40 सीटों पर जीत दर्ज करे.वहीं, जदयू नेता और बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष महेश्वरी हजारी ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में पीएम के लिए सभी जरूरी गुण है. इंडिया गठबंधन जब भी प्रधानमंत्री उम्मीदवार के लिए नाम की घोषणा करेगा तो उसमें नीतीश कुमार का ही नाम होगा।