सीएम नीतीश कुमार आखिर किस किस को झूठा बतायेंगे, भाजपा ही नहीं अपने मंत्री को भी गलत ठहराया, कहा-बिहार में घूसखोरी नहीं होती
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आखिरकार किस किस को झूठा बतायेंगे.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आखिरकार किस किस को झूठा बतायेंगे. पिछले डेढ़ महीने से बीजेपी को झूठा करार दे रहे नीतीश कुमार ने अपनी ही सरकार के मंत्री को भी गलत करार दिया है. नीतीश कुमार ने दावा किया है कि बिहार में घूसखोरी नहीं होती. यहां जो घूस लेता है उसका क्या हाल होता है ये सबको पता है.
कृषि मंत्री सुधाकर सिंह को गलत करार दिया
दरअसल दो दिन पहले बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने लोगों से कहा था कि वे घूसखोर अधिकारियों-कर्मचारियों को जूते से पीटें. सुधाकर सिंह अपने विधानसभा क्षेत्र में किसानों से मिल रहे थे. वहां बड़ी संख्या में किसानों ने शिकायत की थी. किसानों ने कहा था कि कृषि विभाग के अधिकारी और कर्मचारी बिना घूस लिये कोई काम नहीं करते. इससे नाराज सुधाकर सिंह ने किसानों को कहा था कि अगर कृषि विभाग का कोई अधिकारी या कर्मचारी पैसा मांगता है तो उसको पकड़ कर जूता से पीटिए. उसके बाद जो होगा वह मैं देख लूंगा.
सोमवार को दिल्ली में मीडिया ने नीतीश कुमार से सुधाकर सिंह के बयान को लेकर सवाल पूछा. नीतीश कुमार की त्योरियां चढ़ गयीं. बिहार के मुख्यमंत्री ने सूबे में घूसखोरी के आरोप को गलत करार दिया. नीतीश कुमार ने कहा- बिहार में कोई भी कहीं घूस लेता है तो पकड़ा जाता है. 2005 से जबसे हम बिहार का काम देख रहे हैं, तब से अब तक की पूरी बात वहां की, आपलोग जान लीजिये. इसके बाद आपको पता चल जाएगा कि बिहार में घूस लेने वालों के साथ क्या होता है. नीतीश ने कहा-इसके बावजूद कौन क्या बोलता है, मुझे पता नहीं है.
बता दें कि सुधाकर सिंह पहले भी कृषि विभाग में भारी भ्रष्टाचार का मुद्दा उठा चुके हैं. सुधाकर सिंह ने कहा था कि पूरा विभाग चोर है और वे चोरों के सरदार हैं. कृषि मंत्री के इस बयान पर भारी हंगामा मचा था. उसके बाद भी नीतीश कुमार ने मंत्री को गलत करार दिया था. नीतीश कुमार ने दावा किया था कि कृषि विभाग में कोई भ्रष्टाचार नहीं है.