असम : छह मदरसा शिक्षकों सहित 17 लोगों को आतंकी समूहों से संबंध रखने के आरोप में गिरफ्तार
असम में छह मदरसा शिक्षकों सहित 17 लोगों को आतंकी समूहों से कथित तौर पर संबंध रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार, उसने मोरीगांव जिले के एक मदरसे के शिक्षक को गिरफ्तार किया है और एक अन्य मदरसे से पांच अन्य को हिरासत में लिया है। इसी तरह राज्य की राजधानी से बारपेटा से सात, गुवाहाटी से एक और अन्य तीन लोगों को हिरासत में लिया गया था।
इन सभी के भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा (एक्यूआईएस) और अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) जैसे आतंकी संगठनों से संबंध होने का संदेह है। मोरीगांव के मोइराबारी क्षेत्र के सहराई गांव में पुलिस ने जमीउत-उल-हुदा मदरसा चलाने वाले मुफ्ती मुस्तफा अहमद को गिरफ्तार कर लिया है। मुस्तफा के घर के बगल में स्थित मदरसा परिसर में कुछ संदिग्ध गतिविधियों के बारे में पुलिस को विशेष शिकायत मिली थी। पुलिस ने उसके पास से कुछ मोबाइल फोन, बैंक पासबुक और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है। मुस्तफा पर अपने मदरसे से आतंकी मॉड्यूल संचालित करने का संदेह था।
मोरीगांव की पुलिस अधीक्षक (एसपी) अपर्णा एन. ने बताया कि मुस्तफा से पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे अदालत में पेश किया। इस बीच, पुलिस ने जिले के सरूचला इलाके में लड़कियों के लिए बने एक अन्य मदरसे से पांच शिक्षकों को हिरासत में लिया है। एसपी अपर्णा ने कहा कि उनसे पूछताछ जारी है, हमने अभी तक उन्हें गिरफ्तार नहीं किया है। उन्होंने कहा कि आगे की जांच के बाद ही अधिक जानकारी का खुलासा किया जा सकता है। पता चला है कि दोनों मदरसे जिले के अंदरूनी इलाकों में स्थित थे। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि राज्य में सरकार द्वारा संचालित मदरसे पहले ही बंद कर दिए गए हैं। ये दो धार्मिक मदरसे हैं। हमने पहले ही एक को सील कर दिया है और जिला प्रशासन को बच्चों को वहां से पास के स्कूल में स्थानांतरित करने का निर्देश दिया गया है। असम के स्पेशल डीजीपी (लॉ एंड ऑर्डर) जी.पी. सिंह ने कहा कि पिछले 48 घंटों में राज्य में कथित तौर पर आतंकी समूहों से संबंध रखने के आरोप में कुल 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस राज्य में आतंकी रैकेट का भंडाफोड़ करने के लिए निगरानी अभियान चला रही है।
राज्य के डीजीपी भास्कर ज्योति महंत ने कहा कि एक्यूआईएस ने पूर्वोत्तर भारत में अपना आधार बढ़ाने के संकेत दिए हैं। हाल ही में, अल-कायदा नेता जवाहिरी ने अपने समूहों को असम में घुसपैठ करने की अपील जारी की। उन्होंने आगे कहा कि उनकी त्रैमासिक पत्रिका अब बंगाली में प्रकाशित हो रही है, जिसका उद्देश्य असम के युवाओं को कट्टरपंथी बनाना है जो बहुत खतरनाक हो सकता है।