आपको भी लगता है कि आप एल्यूमीनियम फ़ॉइल का बिल्कुल सही इस्तेमाल करती हैं

Update: 2023-04-30 11:19 GMT
फ़ॉइल पेपर यानी चमकदार पन्नी, किचन में सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होनेवाली चीज़ों में से एक है, पर पता नहीं कितने लोग इसका इस्तेमाल शाइनी (चमकदार) और डल साइड को ध्यान में रखकर करते हैं. कुछ लोगों के लिए यह बस पसंद और ना पसंद की बात है, तो कुछ लोग यह समझते हैं कि फ़ॉइल पेपर के अधिक चमकदार साइड पर खाना पैक करने से वह लंबे समय तक गर्म और ठंडा रहेगा. तो, क्या आप इसका इस्तेमाल सही तरीक़े से करते हैं, आज हम इसके कुछ वैज्ञानिक तर्कों पर परखने की कोशिश करते हैं.
अगर आपको लगता है कि फ़ॉइल पेपर का ज़्यादा चमकदार साइड आपके खाने को लंबे समय तक गर्म या ठंडा रखेगा, तो यह सच नहीं है. जी हां, आप बिल्कुल सही पढ़ रहे हैं. वास्तव में इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता कि आप किस तरफ़ खाना पैक करते हैं.
आपको बता दें कि एल्यूमीनियम फ़ॉइल पेपर का एक तरफ़ ज़्यादा चमकदार होने की वजह उसकी बनावट है. फ़ॉइल पेपर का ज़्यादा शाइनी साइड काफ़ी चिकना होता है, जिससे दूसरे साइड की डलनेस को छुपा लेता है. लेकिन इससे फ़ॉइल पेपर के दोनों तरफ़ की क्वॉलिटी में कोई फ़र्क़ नहीं आता है.
ज़्यादा चमकदार और कम चमकदार वाली बात क्लीयर हो गई है, कि इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता है. पर जब आप कोई चीज़ इसमें लपेट कर पकाते हैं, तब सिर्फ़ एक बात का ध्यान रखना होता है कि आपने पकानेवाली चीज़ को इसमें कितना टाइट लपेटा है. इसके साथ ही आपको कितना पका हुआ खाना चाहिए. अगर आप फ़ॉइल पेपर को बिल्कुल टाइट नहीं लपेटेंगे, तो उसमें से हवा पास होगी, जो खाने को ठीक तरह से पकने नहीं देगी और परिणाम आपके सामने अधपके खाने के रूप में आएगा.
अब तो आप समझ ही गए होंगे कि फ़ॉइल पेपर के किसी भी साइड का उपयोग किया जा सकता है. फ़ॉइल पेपर के ज़्यादा साइनी साइड और डल साइड में अंतर की वजह केवल इसकी बनावट है, क्वॉलिटी नहीं.
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