भारत में ज्यादातर लोगों को चाय पसंद है. सुबह-शाम, दिन-दोपहर उन्हें एक कप चाय मिल जाए तो किसी और चीज की जरूरत ही नहीं होती है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, 64 प्रतिशत भारतीय ऐसे हैं, जिन्हें हर दिन चाय न मिले तो वे परेशान हो जाते हैं. इनमें से 30% से ज्यादा लोग शाम की चाय (Evening Tea) मिस नहीं करते हैं. लेकिन सबसे बड़ा सवाल कि क्या शाम की चाय (Evening Tea good or bad) सेहत के लिए अच्छी है या इसका नुकसान होता है, क्योंकि एक्सपर्ट का तो यही मानना है कि सोने से 10 घंटे पहले कैफीन वाली चीजों से बचकर रहना चाहिए. उनका मानना है कि अगर ऐसा नहीं किया जाता है, तब लीवर को डिटॉक्स होने का समय नहीं मिल पाता और कई बीमारियों का रिस्क बढ़ सकता है. तो यहां जानिए शाम की चाय आपके लिए सेहतमंद या नुकसानदायक क्या है?
शाम को चाय कौन पी सकता है
ऐसे लोग जो रात की शिफ्ट में काम करते हैं, वे चाय पी सकते हैं.
एसिडिटी या गैस्ट्रिक की प्रॉब्लम्स हैं तो शाम की चाय पी सकते हैं.
पाचन दुरुस्त नहीं है तो आप शाम को चाय पी सकते हैं.
कभी-कभी चाय पीने वाले भी शाम को चाय पी सकते हैं.
नींद की समस्या से परेशान हैं तो शाम की चाय फायदेमंद हो सकती है.
रोजाना समय पर खाना खाने वाले भी शाम को चाय पी सकते हैं.
जिन्हें चाय की लत नहीं और रोजाना सिर्फ आधा या एक कप ही चाय पीते हैं, वे भी शाम को चाय पी सकते हैं.
शाम की चाय किसे नहीं पीनी चाहिए
नींद खराब होना या नींद न आने की समस्या से परेशान लोगों को शाम की चाय नहीं पीनी चाहिए.
ज्यादा टेंशन लेने वाले और चिंता वाली लाइफ जीने वालों को शाम की चाय से परहेज करना चाहिए.
ड्राई स्किन या ड्राई हेयर की प्रॉब्लम से जूझ रहे हैं तो शाम की चाय अवॉयड करें.
वजन कम है और बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं तो शाम को चाय न पिएं.
ठीक से भूख नहीं लगती है तो शाम की चाय से दूरी बनाएं.
हार्मोनल समस्याओं से परेशान लोगों को भी शाम की चाय से परहेज करना चाहिए.
कब्ज, एसिडिटी या गैस की ज्यादा समस्या रहती है तो शाम की चाय न पिएं.
मेटाबॉलिक और ऑटो-इम्यून की प्रॉब्लम है तो शाम की चाय से दूरी बनाकर रखें.
हेल्दी स्किन, हेयर और आंत चाहते हैं तो शाम की चाय को भूलकर भी न पिएं.