World Food Safety Day 2021: इस दिन का आयोजन किया जायेगा, विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस
प्रतिदिन लोग कई सारे खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं। खाद्य सुरक्षा द्वारा यह तय किया जाता
प्रतिदिन लोग कई सारे खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं। खाद्य सुरक्षा द्वारा यह तय किया जाता है कि खाद्य पदार्थ को खाने से पहले उसके उत्पादन, प्रसंस्करण, भंडारण, वितरण, तैयारी तक खाद्य शृंखला का हर चरण लोगों की सेहत के लिहाज से सुरक्षित हो। इसी उद्देश्य के साथ प्रतिवर्ष लोगों को जागरूक करने के लिए विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। खाद्य सुरक्षा यह निर्धारित करती है कि धरती पर रहने वाले हर व्यक्ति को अच्छा आहार मिले ताकि किसी की सेहत प्रभावित न हो, सभी स्वस्थ जीवन जी सकें। आज भी कई सारे देशों में लोगों को ऐसा भोजन मिलता है जिसकी गुणवत्ता का कोई स्तर नहीं होता है। यह आहार लोगों को बीमार करता है जो कि पूरे विश्व के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है। अगली स्लाइड्स से जानिए विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस का इतिहास, विषय एवं महत्वपूर्ण जानकारी।
खराब खाद्य सामग्री से 30 लाख लोगों की होती है मृत्यु
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, दूषित खाद्य या बैक्टीरिया युक्त खाद्य से हर साल 10 में से एक व्यक्ति बीमार होता है। दुनियाभर में बीमारों का यह आंकड़ा लगभग 60 करोड़ पार है जिसमें से 30 लाख लोगों की मृत्यु हो जाती है। मृत्यु के इस आंकड़े को कम करने के लिए ही खाद्य सामग्रियों की गुणवत्ता के प्रति विशेष ध्यान दिया जाता है।
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस 2021 का विषय
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस 2021 का विषय "स्वस्थ कल के लिए आज का सुरक्षित भोजन" है। इस वर्ष का विषय भोजन की गुणवत्ता पर जोर देता है। यदि आज हम अच्छा भोजन आहार के रूप में लेंगे तो हमारा कल भी बेहतर होगा, हम स्वस्थ रहेंगे। पिछले वर्ष इस दिन को लेकर कोई विषय तय नहीं गया था इसलिए वर्ष 2018 का विषय ही माना गया था कि जो कि 'खाद्य सुरक्षा, सभी का व्यवसाय' था।
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस का इतिहास
यह तीसरा वर्ष है जब विश्व इस दिन का आयोजन करने जा रहा है। साल 2018 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाने की घोषणा की गई और तभी से प्रतिवर्ष 7 जून को इस दिन का आयोजन किया जाने लगा। कोरोना महामारी के कारण पिछले वर्ष इस दिन का आयोजन ऑनलाइन ही किया गया था। इस वर्ष भी इसे ऑनलाइन ही मनाया जाना है।
भारत ने किये हैं ये काम
संयुक्त राष्ट्र द्वारा खाद्य और कृषि संगठन तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए नामित किया गया है। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण द्वारा सुरक्षित खाद्य उपलब्ध करवाने के लिए पहला राज्य खाद्य सुरक्षा इंडेक्स विकसित किया गया है। खाद्य तेल और घी में हुई मिलावट के बारे में एक मिनट से कम समय में पता लगाने के लिए विशेष उपकरण 'रमन 1.0' को भी क्रिया में लाया गया है।