क्यों हमेशा एक महिला को हर चीज के लिए जज किया जाता है?

हम एक इसे समाज में रहते हैं जहां महिलाओं के सम्मान और अधिकारों के लिए हर रोज कोई न कोई लड़ाई हो रही है। क्या इन लड़ाइयों के बावजूद क्या हमारे देश की बेटियां सुरक्षित हैं?

Update: 2021-11-15 14:02 GMT

जनता से रिश्ता। हम एक इसे समाज में रहते हैं जहां महिलाओं के सम्मान और अधिकारों के लिए हर रोज कोई न कोई लड़ाई हो रही है। क्या इन लड़ाइयों के बावजूद क्या हमारे देश की बेटियां सुरक्षित हैं? हमारे समाज में शुरू से पैट्रियार्की रही है और आज भी कहीं न कहीं लोगों में यह सोच मौजूद है। हम कितने भी एडवांस क्यों न हो जाएं, लेकिन क्या हमारी सोच इस देश के हर व्यक्ति के लिए एक जैसी हो सकती है।

भारत में पैट्रियार्की, कम एजुकेशन और कम अवेयरनेस की वजह से पहले के जमाने में महिलाएं बाहरी दुनियां में अपना योगदान बेहद कम देती थीं। हालांकि उस समय भी कई महिलाओं ने अपने और बाकी महिलाओं के अधिकार के लिए आवाज उठाई थी, जिनकी आज के समय में सराहना करते हैं। मेरा मानना है की अगर आप उन महिलाओं की सराहना कर सकते हैं जो महिलाएं इस दुनिया में हमारे साथ नहीं हैं, तो फिर आपको जो आज के समय में अपने हक के लिए लग रही हैं उनका साथ देने से भी पीछे नहीं हटना चाहिए।
रेप के वक़्त महिला को सपोर्ट क्यों नहीं दिया जाता है?
आज के दौर में जहां हम टेक्नोलॉजी, एडवांसमेंट, डेवलपमेंट की बात करते हैं, वहां क्या कभी हमारा समाज, लोगों की सोच डेवलप हो सकती है। आज भी हर बात घूम फिर कर महिला के ऊपर ही क्यों आ जाती है। फिर चाहे वो डायवोर्स हो यां रेप। आज भी जब एक शादीशुदा जोड़े का डायवोर्स होता है तो हमारा समाज लड़की को ताना मात्रा है, इसी ने कुछ किया होगा, इसको कॉम्प्रोमाइज और एडजस्ट करना चाहिए था, लड़की शकल से ही तेज लगती है, और क्या कुछ नहीं और वहीं दूसरी तरफ लड़के को सब होंसला देते हैं।
रेप के वक़्त महिला को सपोर्ट क्यों नहीं दिया जाता है?
बात सिर्फ डायवोर्स तक ही नहीं बल्कि जब एक लड़की का रेप होता है तब भी हमारा समाज लड़कियों को ही कसूरवार ठहराते हैं। एक लड़की का रेप होने पर उसके हक के लिए लड़ने की बजाए हमारे समाज के लोग उससे ही दोषी ठहराया करते हैं और उसे इतना नीचा महसूस करवाते हैं अपनी बातों से की दूसरी लड़कियां कभी अपनी आवाज उठा ही नहीं पातीं। वहीं कुछ लोग जो साथ देने के लिए आगे बढ़ते हैं लेकिन कोई हमारा सिस्टम इतना वीक है की एक विक्टिम को न्याय मिलने में कई साल लग जाते हैं। सेंसिटिव मुद्दों पर स्टैंड लेने के लिए हमारा सिस्टम इतना कमजोर क्यों है?
उत्तर प्रदेश रेप केस
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वायरल हुई, जहां एक लड़की ने अपने आप चीफ मिनिस्टर योगी जी की रैली में जलाने की धमकी दी। इस लड़की का ने अपने साथ हुए अप्रैल 5, 2021 गैंग रैप के बारे में कंप्लेंट दर्ज करवाई थी जिसके ऊपर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। अप्रैल 5 को जब यह लड़की एक प्राइवेट हॉस्पिटल में काम कर रही थी तब एक पुलिस वाला और उसके दोस्त वहां घुस बैठे और उन्होंने लड़की का गैंगरेप किया। यह लड़की बड़े लंबे समय से अपने लिए इंसाफ मांग रही है और अंत में उसे मजबूर होकर यह वीडियो बनानी पड़ी।
इस वीडियो के बाद इस मैटर पर बड़ी तेजी से जांच शुरू कर दी गई है और पुलिस ने उन अपराधियों के खिलाफ चार्जेस लगाना शुरू कर दिया है। इंस्पेक्टर रणवीर सिंह यादव को इसके चलते सस्पेंशन लेटर भी भेजा गया।


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