बारिश के मौसम में क्यों विटामिन सी से दोस्ती हो जाती है ज़रूरी?

Update: 2023-06-27 13:28 GMT
अपनी तमाम राहतों के साथ-साथ बारिश का मौसम माइक्रोऑर्गैनिज़म्स के फलने-फूलने के लिए सबसे मुफ़ीद होता है. और इस बार तो हमें बरसात की दूसरी आम बीमारियों (स्किन इन्फ़ेक्शन, स्किन एलर्जी, पेट की समस्याएं, सर्दी-खांसी, बुख़ार, बालों का झड़ना, गले का इन्फ़ेक्शन आदि) के साथ-साथ कोविड-19 से भी लड़ना है, इसके लिए हमें अपनी इम्यूनिटी सिस्टम को मज़बूत करना होगा. इन सभी का समाधान काफ़ी हद तक विटामिन सी से हो जाता है. सुशांत रावराणे, को-फ़ाउंडर-डायरेक्टर, एड्रोइट बायोमेड प्राइवेट लिमिटेड, ने हमें बताया कैसे आप बरसात के मौसम में विटामिन सी से दोस्ती कर सकते हैं.
बीमारियों से बचने का सबसे अच्छा तरीक़ा है रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना
चूंकि ऊपर बताई गई समस्याएं बरसात के मौसम में हमें काफ़ी परेशान करती हैं इसलिए उनसे बचने के लिए आपको अपने शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी को बढ़ाना होगा. और यह काम होता है खानपान में ऐसी चीज़ें शामिल करके, जिनमें विटामिन सी की प्रचुर मात्रा हो. हाल ही में बैंगलोर के इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस (आईआईएसीसी) द्वारा की गई एक स्टडी में यह बात सामने आई है कि विटामिन सी माइकोबैक्टेरियम स्मैगमैटिस नामक एक नॉन-पैथोजेनिक बैक्टीरिया को मार देता है. आपके शरीर को विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में मिलता रहे इसके लिए ज़रूरी है रोज़ाना कम से कम 500 मिली ग्राम विटामिन सी का सेवन किया जाए. ऐसा करने से न केवल सर्दी-खांसी से शरीर बचा रहता है, बल्कि वायरस के द्वारा होनेवाले इन्फ़ेक्शन की संभावना भी कम होती है. तो बीमार पड़ने से कहीं बेहतर है, अपनी रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना. आइए विटामिन सी के कुछ फ़ायदों के बारे में जान लेते हैं.
विटामिन सी से दीर्घकालीन बीमारियों यानी क्रोनिक डिज़ीज़ेस के ख़तरे को कम करता है
हम सभी को पता है कि विटामिन सी एक शक्तिशाली ऐंटीऑक्सिडेंट है, जो आपके शरीर की प्राकृतिक प्रतिरक्षा प्रणाली को दुरुस्त करता है. ऐंटी-ऑक्सीडेंट्स से हमारा इम्यूनिटी सिस्टम बेहतर होता है, यह बात किसी से छुपी हुई नहीं है. वे ऐसा करते हैं, हमारे सेल्स को फ्री रैडिकल्स नामक नुक़सानदेह मॉलिक्यूल्स से बचाकर. जब ये फ्री रैडिकल्स जमा होते हैं, तो वे ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस पैदा करते हैं, जिसका संबंध कई क्रोनिक डिज़ीज़ेस यानी पुरानी बीमारियों से होता है. कई शोध यह बता चुके हैं पर्याप्त विटामिन सी का सेवन करने से ख़ून में ऐंटी-ऑक्सीडेंट्स की मात्रा क़रीब 30% तक बढ़ जाती है, जो शरीर को प्राकृतिक तरीक़े से बीमारियों से लड़ने के लिए तैयार करते हैं और शरीर में सूजन आने से रोकते हैं.
विटामिन सी शरीर के इम्यूनिटी सिस्टम को सुदृढ़ करता है
बरसात के दिनों में विटामिन सी युक्त चीज़ें खाने की सलाह इसलिए भी दी जाती हैं, क्योंकि इससे इम्यूनिटी बढ़ती है. विटामिन सी सबसे पहले वाइट ब्लड सेल्स (जिन्हें लिम्फ़ोसाइट्स और फ़ैगोसाइट्स कहा जाता है) के प्रोडक्शन को बढ़ाता है. इससे शरीर इन्फ़ेक्शन्स से लड़ने के लिए तैयार होता है. विटामिन सी वाइट ब्लड सेल्स को फ्री रैडिकल्स से होनेवाली क्षति से बचाता है, जिससे वाइट ब्लड सेल्स काफ़ी असरदार हो जाते हैं. यह भी देखने मिला है कि नियमित रूप से विटामिन सी का सेवन करनेवालों के घाव भी जल्दी भरते हैं.
त्वचा सहित शरीर के ओवरऑल स्वास्थ्य के लिए लाजवाब है विटामिन सी
जहां तक बात होती है त्वचा की सेहत की तो फ्री रैडिकल्स को कम करने या ख़त्म करने के विटामिन सी के ऐंटी-ऑक्सीडेंट गुण से इस काम में काफ़ी मदद मिलती है. पर त्वचा के लिए इसके लाभ यहीं तक सीमित नहीं हैं. जब विटामिन सी को त्वचा पर लगाया जाता है तब अपने एसिडिक गुणों के चलते यह कोलैजन और इलैस्टिक का प्रोडक्शन बढ़ा देता है, जिसकी वजह से त्वचा की हीलिंग प्रक्रिया तेज़ हो जाती है. इसमें कई तरह के वायरस और बैक्टीरियो को मारने की क्षमता होती है. मॉनसून तो वायरस और बैक्टीरिया का गढ़ है. तो अगर आप विटामिन सी का सेवन बढ़ा देंगे तो बात बन जाएगी.
अब संक्षेप में पानी में घुलनशील इस विटामिन के फ़ायदों की बात करें तो यह ब्लड प्रेशर को कम करता है, इम्यूनिटी बढ़ाता है, त्वचा को इन्फ़ेक्शन से बचाता है. तो क्या इतने कारण काफ़ी नहीं हैं कि आपको तुरंत अपने खानपान में विटामिन सी की अधिकतावाली चीज़ें शामिल कर लेनी चाहिए.
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