मानसून में क्यों बढ़ जाते हैं डेंगू के मामले? जानें कारण, लक्षण और रोकथाम के उपाय
लक्षण और रोकथाम के उपाय
मानसून में बारिश के साथ कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इनमें डेंगू प्रमुख है। बारिश के साथ ही डेंगू के मामलों में उछाल देखने को मिलता है। डेंगू का वायरस मनुष्यों में संक्रमित एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है। समय से इसकी देखभाल इस बात पर निर्भर करती है कि इसके लक्षणों, पहचान के लिए जांच और उपलब्ध इलाज की कितनी जानकारी है। डेंगू के लक्षणों को सही समय पर पहचानना जरूरी है ताकि मरीज को सही इलाज मिल सके। मानसून में डेंगू के केसेज क्यों बढ़ जाते हैं, इसके लक्षण क्या हैं और किस तरह से इसकी रोकथाम की जा सकती है, इस बारे में डॉ. आकार कपूर; सीईओ और लीड मेडिकल एडवाइजर, सिटी एक्स-रे एंड स्कैन क्लीनिक; पार्टनर, सिटी इमेजिंग एंड क्लीनिकल लैब्स, से जानते हैं।
मानसून में क्यों बढ़ जाते हैं डेंगू के मामले?
मानसून के मौसम में इसका संक्रमण फैलना आम बात है, क्योंकि इस समय मच्छरों की जनसंख्या बढ़ती है। बारिश के बाद जलभराव जैसे क्षेत्रों में डेंगू फैलने का खतरा ज्यादा हो सकता है। इस बुखार के वायरस को फैलाने वाले एडीज मच्छरों के पनपने के लिए गर्म और कीचड़ जैसी स्थितियां ज्यादा अनुकूल होती हैं। खुले बर्तनों, बेकार पड़े टायरों और दूसरी चीजों या जिन जगहों पर मानसून के दौरान पानी भर जाता है, उन जगहों पर ये मच्छर जल्दी पनपने लगते हैं। इसलिए मानसून में डेंगू के मामले ज्यादा सामने आते हैं।
डेंगू के लक्षण
हल्का या तेज बुखार
बहुत ज्यादा सिरदर्द
जोड़ों का दर्द
मांसपेशियों का दर्द
जी मिचलाना
उल्टी आना
मसूड़ों या नाक से हल्की ब्लीडिंग
अधिक गंभीर डेंगू बुखार को डेंगू हेमोरेजिक फीवर (डीएचएफ) या डेंगू शॉक सिंड्रोम (डीएसएस) कहा जाता है।
इसके लक्षणों में खून बहना और कभी-कभी किसी अंग का बेकार हो जाना शामिल है।
डेंगू की जांच
डेंगू की पहचान के लिए डॉक्टर्स कुछ ब्लड टेस्ट करवाते हैं। जिसमें एनएस-1 एंटीजन टेस्ट, पीसीआर टेस्ट या एंटीबॉडी टेस्ट जैसे आईजीएम और आईजीजी कराए जाते हैं। कुछ अन्य टेस्ट जैसे प्लेटलेट काउंट सहित कंप्लीट ब्लड काउंट (सीबीसी) से भी डेंगू की पहचान में मदद मिलती है।
डेंगू बुखार का इलाज
डेंगू बुखार के लिए कोई विशेष एंटीवायरल इलाज उपलब्ध नहीं है। इसके इलाज के लिए सबसे पहले डेंगू के लक्षणों को दूर करने की कोशिश की जाती है। इसके लिए मरीज को पर्याप्त पानी दिया जाता है और उसकी सेहत पर लगातार नजर रखी जाती है। डेंगू के मरीज को भरपूर आराम करने और काफी मात्रा में लिक्विड पीने की सलाह दी जाती है। मरीज में डेंगू के लक्षण खत्म करने के लिए उसे दवाइयां भी दी जाती हैं। डेंगू के ज्यादातर मरीज उचित देखभाल से एक या दो सप्ताह में ठीक हो जाते हैं
डेंगू की रोकथाम के तरीके
ठहरे हुए पानी की जगहों को साफ करें।
मच्छरों का पनपना रोकने के लिए बर्तनों, टायर और खुले सामान को हटाएं
खुली हुई त्वचा पर मच्छर दूर भगाने वाली क्रीम लगाएं
त्वचा का खुला हिस्सा कम रखने के लिए लंबी बांह की कमीज, लंबी पैंट, मोजे और जूते पहनें।
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