Life Style : जुलाई या अगस्त जब भी कर रहे हैं वैली ऑफ़ फ्लावर्स ट्रेकिंग की प्लानिंग जान लें जरूरी बातें

Update: 2024-06-30 09:24 GMT
Life Style : फूलों की घाटी ट्रेक अपने खूबसूरत फूलों के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है। इस घाटी की खासियत यह है कि यह हर 15 दिन में अपना रंग बदलती है। हर साल यह घाटी जून से अक्टूबर तक पर्यटकों के लिए खुली रहती है। इस साल यह 1 जून से खुल गई है, जहां आप 30 अक्टूबर तक कभी भी जाने का प्लान बना सकते हैं, लेकिन जुलाई से अगस्त के महीने months of July to August यहां घूमने के लिए सबसे अच्छे माने जाते हैं, क्योंकि उस दौरान आप यहां फूलों की सबसे ज्यादा वैरायटी देख सकते हैं। प्रकृति प्रेमियों के लिए यह जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं है। फूलों की घाटी विश्व धरोहर स्थलों की सूची में भी शामिल है।
देख सकते हैं 500 से ज्यादा फूलों की प्रजातियां You can see more than 500 species of flowers
यहां आकर आप 500 से ज्यादा रंग-बिरंगे फूलों की किस्में देख सकते हैं। फूलों की कुछ प्रजातियां ऐसी भी हैं जो सिर्फ इसी घाटी में देखने को मिलती हैं। इनमें सबसे मनमोहक है मोरिना लॉन्गिफोलिया फूल। हालांकि, घाटी में खिलने वाला ब्रह्म कमल सबसे खूबसूरत है, जिसे उत्तराखंड के राज्य पुष्प का दर्जा भी मिला हुआ है। फूलों के अलावा यह घाटी कई दुर्लभ हिमालयी पौधों से भी भरी हुई है और जैव विविधता का खजाना भी है। फूलों की घाटी से टिपरा ग्लेशियर, रताबन चोटी, गौरी और नीलगिरी पर्वत के शानदार नज़ारे भी देखे जा सकते हैं। हर साल बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक फूलों की घाटी घूमने आते हैं।
फूलों की घाटी में ट्रैकिंग के लिए शुल्क Fee for trekking in Valley of Flowers
भारतीय नागरिकों को घाटी में ट्रैकिंग के लिए 200 रुपये देने होते हैं, जबकि विदेशी नागरिकों के लिए ट्रैकिंग शुल्क 800 रुपये है। फूलों की घाटी के लिए बेस कैंप घांघरिया से टूरिस्ट गाइड भी उपलब्ध हैं।

ट्रैकिंग से जुड़ी ज़रूरी टिप्स Important tips related to tracking

 फूलों की घाटी में जाने से पहले जान लें कि यह ट्रैकिंग पैदल ही करनी होती है। यहां किसी भी तरह के वाहन की सुविधा नहीं है।

फूलों की घाटी में जाने के लिए आपको पास बनवाना होता है। इसके बिना आप यहां नहीं जा सकते।
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