एक महिला कब लेती है तलाक का फैसला, पति से धोखा मिलना भी है एक कारण; जानें- इसके अलावा और क्या वजह हैं
आइए जानते हैं कि ऐसी कौन-सी स्थिति होती है जब महिला इतना कठिन फैसला लेने के लिए मजबूर हो जाती है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। किसी भी महिला का लिए तलाक (Divorce) लेने का फैसला लेना आसान नहीं होता है, क्योंकि महिला जब तक चीजों को बर्दाश्त कर सकती है वह करती है, लेकिन कुछ ऐसी चीजें होती हैं, जिसके साथ वह समझौता नहीं कर पाती हैं. फिर चाहें समाज, परिवार या रिश्तेदार कुछ भी कहें, लेकिन वह अपने पति तलाक लेने का फैसला ले लेती हैं. तो आइए जानते हैं कि ऐसी कौन-सी स्थिति होती है जब महिला इतना कठिन फैसला लेने के लिए मजबूर हो जाती है.
1. नहीं सहन करती है धोखा
एक महिला सब कुछ बर्दाश्त कर सकती है, लेकिन वह यह बिल्कुल भी सहन नहीं कर सकती है कि उसके पति का कहीं ओर अफेयर चल रहा है. क्योंकि वह पति-पत्नी के रिश्ते में धोखा बिल्कुल भी सहन नहीं कर पाती है.
2. सेल्फ रिस्पेक्ट भी रहती है अहम
इसके अलावा जब बात महिला की सेल्फ रिस्पेक्ट की आती है तो वह यहां पर भी बिल्कुल समझौता नहीं कर पाती है. जब उसका पति उसकी सेल्फ रिस्पेक्ट तार-तार कर देता तो वह अंदर से टूट जाती है और तलाक लेने का फैसला लेना उसके लिए आसान हो जाता है.
3. वाइफ के सपनों के बारे में न सोचना
तलाक लेने का तीसरा कारण होता है महिला के सपनों पर ताला लगाना. जब शादी के बाद पति अपनी वाइफ के करियर के बारे में न सोचते हुए उसे सिर्फ किचन के काम में बिजी कर देता है तो उसका मन कहीं नहीं लगता है, क्योंकि शादी के बाद वह अपने पति से सबसे ज्यादा उम्मीदें करती है.
4. मानसिक तनाव
सभी जानते है कि शादी के बाद महिला की जिम्मेदारियां बढ़ जाती है. हालांकि, जिम्मेदारियों का सार बोझ जब महिला पर डाला जाता है तो वह परेशान रहने लग जाती है. इस दौरान वह मानिसक तौर पर परेशान हो जाती है. यदि उसका पति इस स्थिति में उसे नहीं समझता है तो वह धीरे-धीरे शांत होने लगती है और ऐसी स्थिति में उसके लिए तलाक का फैसला लेना आसान हो जाता है.