किन से चीजों कैंसर में खाएं या ना खाएं करें परहेज
कैंसर के इलाज के दौरान विटामिन और मिनरल्स
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कैंसर एक गंभीर रोग है. कैंसर के इलाज के दौरान कई थेरेपी और सर्जरी की जाती हैं. इलाज के समय कई बातों का खयाल रखना आवश्यक होता है. इसमें दवाइयों के साथ डाइट का भी खासतौर से ध्यान रखा जाता है. आइए जानें डाइट में किन चीजों को शामिल करना चाहिए.कैंसर के दौरान सर्जरी और थेरेपी के बाद चोट को भरने और इन्फेक्शन से लड़ने के लिए अधिक मात्रा में प्रोटीन की जरूरत होती है. इसके लिए मछली, अंडे, लीन मीट, कम फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट, नट बटर, सूखे बीज और मेवे, मटर और मसूर की दाल, सोयाबीन का सेवन कर सकते हैं. इन फूड्स का सेवन आप अपने टेस्ट और लक्षण के हिसाब से कर सकते हैं.
कैंसर के इलाज के दौरान विटामिन और मिनरल्स – इस रोग के दौरान हर व्यक्ति के शरीर की अवस्था, बीमारी का बढ़ना और लक्षण जैसे मतली और उल्टी, कुपोषण का होना सब अलग- अलग होता है. थेरेपी के अनुसार विटामिन और मिनरल्स की जरूरत होती है. पोषक तत्वों में कमी के शुरुआती लक्षणों का खासतौर से ध्यान रखा जाता है. इस दौरान मल्टीविटामिन टेबलेट और मल्टी मिनरल्स लेने की सलाह दी जाती है. लेकिन इसके अधिक इस्तेमाल से भी बचना चाहिए. ये शरीर के लिए हानिकारक साबित हो सकता है. विटामिन और मिनरल का चुनाव करने से पहले अपने डॉक्टर को रिपोर्ट्स दिखाकर सलाह लें.
एंटीऑक्सीडेंट जरूर शामिल करें- ऑक्सीडेशन रोकने के लिए विटामिन ए, सी,ई, सेलेनियम और जिंक और कुछ एंजाइम की जरूरत होती है. इस दौरान इनका सेवन करना काफी लाभकारी होता है. ये सामान्य सेल को नुकसान पहुंचने से बचाते हैं. इसके लिए आप सब्जी और फलों का सेवन कर सकते हैं. कीमो और रेडिएशन थेरेपी के बाद अकसर एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार (तरल) की सलाह दी जाती है. इसके लिए आप गाजर, कद्दू, पपीता, हरे पत्तेदार सब्जियां,ब्रोकली, फैटी फिश कार्ड लिवर ऑयल, नट्स और बीज का सेवन कर सकते हैं.
इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए न्यूट्रोपेनिक डाइट को अच्छा माना गया है. थेरेपी के बाद अक्सर मरीज की इम्यूनिटी कमजोर पड़ जाती है. इसलिए ऐसे फूड्स से बचना अवश्यक होता है जिसकी वजह से बैक्टीरियल और वायरल संक्रमण का शिकार हो सकते हैं.
- 20 सेकंड तक हाथों को साबुन और गर्म पानी से धोएं.
- सब्जियों और फलों को गुनगुने पानी में अच्छी तरह धोएं.
- सब्जियों और फलों से गंदगी हटाने के लिए ब्रश का इस्तेमाल करें.
- मोटे छिलके वाले फलों जैसे तरबूज और संतरे आदि को छील लें.
- बैक्टीरिया खत्म करने के लिए फलों को कटाने से पहले अच्छी तरह धोएं.
- कच्चे और अधपके आहार जैसे मांस, कच्ची मछली, शेल फिश और अंडे से बचें.
- कच्चे फल और सब्जियों से परेहज करें.
- सलाद बार, बुफे और पॉटलक से बचें.
- अनपाश्चराइड चीजों से बचें जैसे दूध,पनीर और दही आदि साथ ही अनपाश्चराइड शहद और जूस का इस्तेमाल न करें.
- कच्चे स्प्राउट्स के सेवन से बचें
- बचे हुए खाने का सेवन करने से बचें.