क्या है स्लीप एपनिया और इसके लक्षण
स्लीप एपनिया एक ऐसी बीमारी है, जिसे लेकर लोगों में जागरुकता होना बेहद जरूरी है
रोज की भागदौड़ और थकान की वजह से इन दोनों लोग कई तरह की शारीरिक और मानसिक समस्याओं का शिकार होते जा रहे हैं। स्लीप एपनिया ऐसी ही एक समस्या है, जो अक्सर खराब लाइफस्टाइल की वजह से लोगों में देखने को मिलती है। यह एक तरह का स्लीप डिसऑर्डर है, जिससे इन दिनों युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक सभी पीड़ित हैं। खानपान में लापरवाही और बिगड़ती लाइफस्टाइल की वजह से इन दिनों यह समस्या तेजी से बढ़ती जा रही है। ऐसे में इसे लेकर लोगों में सतर्कता होना बेहद जरूरी है। तो चलिए आज जानते हैं इस बीमारी से जुड़ी तमाम जरूरी बातों के बारे में-
स्लीप एपनिया क्या है
यह एक तरह का स्लीपिंग डिसऑर्डर है, जिसके शिकार व्यक्ति की सांस नली के ऊपरी मार्ग में रुकावट देखने को मिलती है। अगर कोई इस समस्या से जूझ रहा है, तो वह सही तरीके से सांस नहीं ले पाता है। यह बीमारी इसलिए भी गंभीर है, क्योंकि अगर बार-बार आपकी सांस रुक रही है, तो इससे खून में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। खून में ऑक्सीजन की कमी की वजह से हृदय, मस्तिष्क और शरीर के अन्य हिस्सों के लिए खतरा बढ़ जाता है। विशेषज्ञों की मानें तो स्लीप एपनिया के दौरान व्यक्ति की सांस कुछ सेकंड से लेकर एक मिनट तक के लिए रुक सकती हैं।
स्लीप एपनिया के लक्षण
स्लीप एपनिया एक ऐसी बीमारी है, जिसे लेकर लोगों में जागरुकता होना बेहद जरूरी है। लगभग सभी बीमारियों से व्यक्ति खुद को बचा सकता है, अगर वह सही समय पर अपना इलाज करा ले। लेकिन सही समय पर इलाज कराने के लिए सबसे पहले बेहद जरूरी है कि आप इन समस्याओं के लक्षण की पहचान करें। अगर आप या आपके आसपास कोई स्लीप एपनिया का शिकार है, तो आप अपने लक्षणों से इसकी पहचान कर सकते हैं-
जोर से खर्राटे लेना
सोते समय सांस फूलना
सुबह उठने पर मुंह सूखना
तेज सिर में दर्द होना
सही ढंग से नींद न आना
दिन में अधिक नींद आना
स्लीप एपनिया से बचाव
स्लीप एपनिया एक ऐसी बीमारी है, जिसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। ऐसे में अगर आप इस बीमारी से खुद को बचाना चाहते हैं, तो अपने वजन को कंट्रोल में रखें।
इस समस्या से बचने के लिए जरूरी है कि आप शारीरिक गतिविधियों को अपनी रूटीन में शामिल करें। इसके लिए रोजाना 30 मिनट का व्यायाम करना फायदेमंद होगा।
अगर आप स्लीप एपनिया के शिकार हैं, तो इससे राहत पाने के लिए आप पीठ के बल सोने से बचे। इसके विपरीत पेट के बल सोने से फायदा मिलेगा।
स्लीप एपनिया की समस्या से निजात पाने के लिए अपनी डाइट में मेलाटोनिन शामिल करें। इसके लिए आप अनार, अंगूर, चेरी, खीरे आदि का सेवन कर सकते हैं।
इसके अलावा कम वसा वाले प्रोडक्ट का सेवन करना भी लाभकारी होगा। आप घी की जगह जैतून का तेल, सूरजमुखी या फ्लेक्स सीड्स के तेल का उपयोग कर सकते हैं।