क्या है डिमेंशिया और इसके प्रभाव को कम करने के लिए अपनाएं ये टिप्स

डिमेंशिया एक मानसिक विकार है

Update: 2021-08-20 02:22 GMT

 डिमेंशिया एक मानसिक विकार है। इस स्थिति में व्यक्ति को भूलने की बीमारी हो जाती है। आसान शब्दों में कहें तो व्यक्ति की स्मरण शक्ति कमजोर हो जाती है। व्यक्ति दैनिक गतिविधि का भी स्मरण नहीं कर पाता है। व्यक्ति की जुबान भी बोलने में लड़खड़ाने लगती हैं। डिमेंशिया यानी मनोभ्रम का सीधा संबंध दिमाग से होता है। विशेषज्ञों की मानें तो डिमेंशिया एक आनुवांशिकी रोग भी है, जो पीढ़ी दर पीढ़ी चलती रहती है। इस बीमारी के लक्षण दिखने पर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। अगर आप भी डिमेंशिया के मरीज हैं, तो इसके प्रभाव को कम करने के लिए ये आसान टिप्स जरूर अपनाएं-

-हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो डिमेंशिया के प्रभाव को कम करने के लिए उच्च रक्तचाप, शुगर और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहना अनिवार्य है। रक्त में शर्करा और कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से मनोभ्रम का खतरा बढ़ जाता है। इसके लिए शुगर और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रखें।

-स्मोकिंग सेहत के लिए हानिकारक होता है। इससे सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। डॉक्टर्स की मानें तो स्मोकिंग करने से फेफड़े से संबंधित कई बीमारियां होती हैं। साथ ही डिमेंशिया का भी खतरा रहता है। साल 2019 की एक शोध से यह खुलासा हुआ है कि स्मोकिंग से डिमेंशिया का खतरा बढ़ जाता है। इसके लिए स्मोकिंग बिल्कुल न करें।

-रोजाना योग और एक्सरसाइज करें। 'करो योग रहो निरोग' यह कहावत चरितार्थ साबित होती है। कई बीमारियों में योग और एक्सरसाइज दवा की तरह काम करता है। डॉक्टर्स भी सेहतमंद रहने के लिए रोजाना योग और एक्सरसाइज करने की सलाह देते हैं। इसके लिए रोजाना योग और एक्सरसाइज जरूर करें। साथ ही शराब का सेवन भी न करें।

-डॉक्टरों की मानें तो कई बीमारियों की वजह मोटापा है। अगर कोई व्यक्ति मोटापे से परेशान है, तो उनमें डिमेंशिया का भी खतरा रहता है। इसके लिए बढ़ते वजन को कंट्रोल में जरूर रखें। आप चाहे तो डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

Tags:    

Similar News

-->