क्या है छत्तीसगढ़ी अंगाकर रोटी, जिसे बचे हुए चावल से बनाया जाता है
जिसे बचे हुए चावल से बनाया जाता है
आप सभी ने अभी तक मक्के से लेकर गेहूं, चना और ज्वार तक, कई तरह के अनाज से बनने वाले रोटियों के स्वाद आप सभी ने कभी न कभी जरूर चखे होंगे। रोटी हमारे देश का मुख्य भोजन है, जिसे लोग लंच और डिनर के वक्त जरूर खाते हैं। जिस प्रकार पंजाब में मक्के की रोटी फेमस है वैसे ही छत्तीसगढ़ में अंगाकर रोटी बहुत फेमस है। छत्तीसगढ़ में आने वाले टुरिस्ट अक्सर इस रोटी का स्वाद लेते हैं और इसके स्वाद की तारीफ करते हैं। अंगाकर रोटी तवे पर नहीं बल्की कंडे या कोयले की आंच में बनाई जाती है और छत्तीसगढ़ में कोयले या कंडे के आंच को अंगरा या अंगाकर कहा जाता है। अंगरा में इस रोटी को सेंकने के कारण ही इस रोटी को अंगाकर रोटी कहा जाता है। खाने में बेहद स्वादिष्ट लगने वाले इस रोटी को बचे हुए चावल और चावल के आटे से बनाया जाता है। ऐसे में चलिए जानते हैं अंगाकर रोटी बनाने की विधि।
अंगाकर रोटी बनाने के लिए सामग्री
3 से 4 कंडे रोटी सेकने के लिए
5-7 पलाश के पत्ते
एक कटोरी पका हुआ चावल
एक कटोरी चावल आटा
स्वादानुसार नमक
पानी आवश्यक्तानुसार
अंगाकर रोटी कैसे बनाएं
अंगाकर रोटी बनाने के लिए सबसे पहले कंडे या कोयले को जलाकर अच्छे से आंच तैयार कर लें।
अब एक बड़े परात में चावल आटा लें और उसमें स्वादानुसार नमक और गर्म पानी डालते हुए अच्छे से नरम आटा गूंथ लें।
आटा गूंथने के बाद उबले हुए चावल को एक दूसरे परात में रखकर मसल लें और आटा में मिलाकर गूंथ लें।
आटा गूंथने के बाद एक बड़े परात में गोल आकार में पलाश के पत्तों को धोकर बिछा लें।
अब उसके ऊपर चावल आटे का लोई बनाएं और उसे भी रखें। लोई को हाथों से पीटकर गोलआकर में रोटी बना लें और ऊपर से फिर पलाश के पत्तों से रोटी को ढक लें।
रोटी ढ़कने के बाद रोटी को कोयला या कंडे की आंच में रखें और ऊपर की ओर भी कोयला या कंडा रखें।
चिमटा की मदद से दोनों तरफ को आंच में अच्छे से सेंक लें और प्लेट में निकाल लें।
देसी घी लगाकर टमाटर, धनिया और मिर्च की चटनी के साथ अंगाकर रोटी को खाने के लिए सर्व करें।
अंगाकर रोटी बनाने के लिए टिप्स
पलाश या कोई भी दूसरे पत्ते को रोटी की दोनों तरफ चिपकाने से रोटी आंच में जाने के बाद जलती नहीं है और नहीं उसमें कोयले का धूल या राख लगता है।
आटा को ज्यादा गिला न करें नहीं तो रोटी सिकेगी नहीं।
चावल आटा को गर्म पानी से गूथने से आटा नरम और खाने में स्वादिष्ट लगती है।
आटा में डालेने वाले चावल को अच्छे से मसल लें फिर ही आटा में मिलाएं।
पत्ते से ढके हुए रोटी के दोनों तरफ कंडा या कोयला रखकर सेकें इससे रोटी अच्छे से सिकेगी।