बच्चों में कोरोना के क्या है लक्षण

Update: 2023-04-12 11:15 GMT
देश में एक बार फिर कोरोना के मामलों में तेजी देखने को मिल रही है। हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक बीते दिन देश में कोविड-19 के 7,830 नए मामले सामने आए। कोरोना मामलों की यह संख्या बीते सात महीने में सबसे ज्यादा है। इसी के साथ अब भारत में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 40,215 हो गई है। संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच यह भी देखने को मिला कि 15 साल से कम उम्र के बच्चों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि हुई है।
ऐसे में कोरोना के बढ़ते प्रसार के बीच विशेषज्ञों ने पेरेंट्स से वायरस के प्रसार को रोकने के लिए उपयुक्त सावधानी बरतने का आग्रह किया है। चूंकि बच्चे वायरल इंफेक्शन और आरएसवी (रेस्पिरेटरी सिन्सिटियल वायरस), फ्लू, एडेनोवायरस और कोविड जैसी बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं, इसलिए यह बेहद जरूरी है कि इस महामारी से बचने के लिए सावधानी बरती जाए। तो चलिए जानते हैं बच्चों में कोरोना के लक्षण और इससे बचाव के तरीकों के बारे में-
बच्चों में कोरोना के लक्षण
बच्चों में कोरोना के संकेत और लक्षण अभी भी वही हैं, जो हमने पहले देखे थे। इनमें से कुछ प्रमुख लक्षण निम्न हैं-
खांसी
थकावट
तेज़ बुखार
बहती नाक
शरीर में दर्द
इसके अलावा आंखों में लालपन, कंजक्टिविटिस, आंखों से पानी आना कुछ ऐसे में लक्षण हैं, जो अन्य फ्लू और एडेनोवायरस के लक्षणों में समान हैं। ऐसे में चिकित्सा पेशेवरों की मदद से ही आप कोविड-19 और एडेनोवायरस के बीच अंतर कर पाएंगे।
बच्चों के लिए कोविड सावधानियां
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच यह बेहद जरूरी है कि माता-पिता अपने बच्चों को खास ध्यान रखें और उनमें नजर आने वाले इन संकेतों को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें।
अगर बच्चे को पांच दिन से अधिक समय तक तेज बुखार है।
जब बच्चे की खांसी लगातार बढ़ रही हो या खराब हो रही है।
आम दिनों के मुकाबले आपका बच्चा अधिक सुस्त हो गया है।
वह कुछ भी खाने या पीने में असमर्थ है।
बच्चे को सांस लेने में परेशानी हो रही हो।
दस्त और होंठ सूखे या छीलने लगे हैं, तो तुरंत डॉक्टरों से संपर्क करें।
कोरोना से बचाव
अगर आप संक्रमित होने से बचना चाहते हैं या अपने बच्चों को इस महामारी की चपेट में आने से रोकना चाहते हैं, तो इसके लिए निम्न बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
सामाजिक दूरी बनाए रखने की कोशिश करें।
भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें।
बाहर जाते समय मास्क पहनें और बार-बार हाथ धोएं।
स्कूलों और बाहर खेलने के लिए बच्चों को भेजते समय उन्हें मास्क पहनाएं।
समय-समय पर खुद को और बच्चों को अच्छी तरह से साफ करें।
बाहर से आने के बाद हाथों और चेहरे को धोएं।
अगर बच्चे में कोई लक्षण नजर आ रहा है, तो तुरंत आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाएं।
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