लहसुन के तेल के फायदे – Benefits of Garlic Oil in Hindi
कान का दर्द हो या जोड़ों का दर्द, दादी-नानी के नुस्खों में लहसुन के तेल का जिक्र जरूर होता है। लहसुन के तेल के गुणों की लंबी लिस्ट है। पहले जमाने में लहसुन से बने नुस्खों का प्रयोग काफी किया जाता था। बेशक, अब हम ये सभी घरेलू नुस्खे भूल चुके हैं, लेकिन ये आज भी उतने ही असरकारी हैं। आइए, आपको विस्तार से समझाते हैं कि लहसुन का तेल किस समस्या में कितना फायदेमंद है। हम इन तमाम फायदों की पुष्टि वैज्ञानिक प्रमाण के साथ करने का प्रयास करेंगे।
1. हृदय को रखता है सुरक्षित
लहसुन का तेल हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मददगार हो सकता है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध की माने, तो हृदय के लिए लहसुन फायदेमंद है। इसमें कई तरह के कंपाउंड पाए जाते हैं, मुख्य रूप से सल्फर, जो उच्च रक्तचाप को कम करते हैं और एथेरोस्क्लेरोसिस (हृदय संबंधी रोग) से बचाते हैं। साथ ही ये कंपाउंड एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकते हैं और एचडीएल यानी अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ा सकते हैं। फिलहाल, यह बताना मुश्किल है कि लहसुन में पाए जाने वाले ये गुणकारी कंपाउंड कौन से हैं। इस संबंध में और रिसर्च किए जाने की जरूरत है (1)।
2. फंगल इंफेक्शन में लहसुन का तेल
एनसीबीआई में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, लहसुन का तेल फंगल इंफेक्शन के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया को नष्ट करने की क्षमता रखता है। इस शोध के अनुसार, लहसुन के तेल में एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं, जो फंगल का कारण बनने वाले बैक्टीरिया को पनपने से रोकते हैं (2)। इसलिए, लहसुन के तेल का उपयोग फंगल इंफेक्शन को ठीक करने में किया जा सकता है।
3. त्वचा और घावों में लहुसन के तेल के उपयोग
इस संबंध में एनसीबीआई की वेबसाइट पर एक शोध को प्रकाशित किया गया है। यह रिसर्च मादा चूहों पर किया गया था। शोध के बाद वैज्ञानिकों ने पुष्टि करते हुए कहा कि लहसुन का तेल एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है। इसमें घाव भरने की क्षमता पाई जाती है (3)। एक अन्य अध्ययन की माने, तो लहसुन के अर्क (एक्सट्रेक्ट) में सोरायसिस जैसे त्वचा रोग को ठीक करने की क्षमता होती है। लहसुन के तेल में भी लहसुन का अर्क कुछ मात्रा में होता है, जिस कारण यह सोरायसिस में लाभकारी हो सकता है (4)।
4. रोग प्रतिरोधक व एंटीइंफ्लेमेटरी गुण
रोध प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने से शरीर बीमारियों से घिर जाता है। इससे बचने के लिए जरूरी है कि ऐसे खाद्य पदार्थों को डाइट में शामिल किया जाए, जिनमें इम्यूनमॉड्यूलेशन (रोग प्रतिरोधक क्षमता को सुचारू करने वाला) प्रभाव हो। इस मामले में लहसुन पर भरोसा किया जा सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध एक शोध पेपर के अनुसार, लहसुन में इम्यूनमॉड्यूलेशन और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होता है। लहसुन के इन गुणों का परीक्षण अभी जानवरों पर ही किया गया है (5)।
5. तंत्रिका तंत्र के लिए लहसुन के तेल के फायदे
लहसुन में मौजूद बायोएक्टिव कंपाउंड न्यूरोनल फिजियोलॉजी (तंत्रिका कार्यप्रणाली) और ब्रेन फंक्शन (मस्तिष्क कार्यप्रणाली) में लाभदायक साबित हो सकते हैं। साथ ही लहसुन के अर्क में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और फ्री रेडिकल्स के असर को कम कर सकते हैं। ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और फ्री रेडिकल्स नर्व सिस्टम को प्रभावित करते हैं। इस बात की जानकारी एनसीबीआई की वेबसाइट पर मौजूद एक रिसर्च से मिलती है (6)। लहसुन का तेल तंत्रिका तंत्र संबंधी समस्याओं पर कैसे काम करता है, इस विषय पर और शोध की जरूरत है।
6. दांत दर्द और मुंह के घाव में लहसुन के तेल के फायदे
मुंह को स्वस्थ रखने में लहसुन के तेल के फायदे देखे गए हैं। यह दांतों को हानिकारक बैक्टीरिया से दूर रखता है। लहसुन के तेल के नियमित इस्तेमाल से दांतों में होने वाली पीड़ादायक समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। अपने एंटीमाइक्रोबियल गुण के कारण लहसुन मुंह के छालों और घावों में भी असरकारी है। साथ ही इसे माउथवॉश की तरह भी इस्तेमाल किया जा सकता है (7) (8)।