वजन घटाने और पेट की समस्याओं के लिए उपयोग करे सत्तू...जाने सही तरीका
जौ और चने से बना सत्तू सिर्फ स्वाद में ही अच्छा नहीं होता, बल्कि सेहत के लिए भी ये बहुत फायदेमंद है
जौ और चने से बना सत्तू सिर्फ स्वाद में ही अच्छा नहीं होता, बल्कि सेहत के लिए भी ये बहुत फायदेमंद है. गर्मियों में इसका सेवन ज्यादातर उत्तर प्रदेश और बिहार में किया जाता है. कुछ लोग इसे पानी में शक्कर के साथ घोलकर एनर्जी के लिए पीते हैं, तो कुछ जगहों पर इसे परांठे, कचौड़ी और बाटी वगैरह में भरकर खाया जाता है. विशेषज्ञों की मानें तो सत्तू में वो सारे पोषक तत्व होते हैं जो शरीर के लिए जरूरी हैं. ये मोटापे का दुश्मन है और पेट की बीमारियों के लिए रामबाण औषधि का काम करता है. आइए जानते हैं इसके तमाम फायदों के बारे में.
1. यदि आप वजन कम करना चाहते हैं तो गर्मियों में सत्तू से बेहतर कुछ नहीं है. सत्तू आपके शरीर को एनर्जी देता है, साथ ही इसे लेने के बाद आपका पेट बहुत देर तक भरा रहता है. इसकी वजह से आपको जल्दी कुछ खाने की इच्छा नहीं करती.
2. आजकल बाहर का खानपान या फिर ज्यादा चिकनाई युक्त और मसालेदार भोजन करने की वजह से ज्यादातर लोगों को गैस, एसिडिटी वगैरह की समस्या होती है. उनका पाचन तंत्र इस तरह के खाने से गड़बड़ा जाता है. सत्तू प्रोटीन और फाइबर का अच्छा स्रोत है, ये पेट की इन सभी समस्याओं को दूर करने में काफी कारगर है. साथ ही लिवर को भी दुरुस्त करता है.
3. गर्मियों में सत्तू का सेवन करने से लू से बचाव होता है. शरीर का तापमान नियंत्रित रखता है और पेट को ठंडक पहुंचाता है. यदि शरीर में खून की कमी है तो सत्तू को रोजाना पीने से ये परेशानी दूर हो जाती है.
4. डायबिटीज और बीपी के मरीजों के लिए सत्तू का सेवन काफी लाभकारी है. सत्तू शरीर में बढ़ रहे ब्लड शुगर लेवल को कम करता है.
ऐसे करें सत्तू का सेवन
गर्मियों में सत्तू का पूरी तरह लाभ लेने के लिए इसे पानी में घोलकर चीनी या नमक मिलाकर ड्रिंक तैयार करके पीना चाहिए. लेकिन डायबिटीज के मरीजों को इसे नमक, नींबू, जीरा मिलाकर पीना चाहिए. इसका सेवन भूलकर भी चीनी के साथ न करें.
इन बातों का रहे खयाल
1. बारिश के मौसम में सत्तू का सेवन नहीं करना चाहिए, वर्ना पाचन तंत्र गड़बड़ा सकता है.
2. कोढ़ का रोग है तो इसे न लें क्योंकि चना कोढ़ की समस्या को बढ़ाने का काम करता है.
3. दिनभर में एक बार और ज्यादा से ज्यादा दो बार सत्तू का सेवन पर्याप्त माना जाता है. इससे ज्यादा लेना परेशानी की वजह बन सकता है.
4. पथरी के रोगियों को सत्तू नहीं लेना चाहिए.
5. यदि किसी बीमारी से जूझ रहे हैं तो इसे लेने से पहले अपने विशेषज्ञ से परामर्श कर लें.