जोड़ों के दर्द को दूर करने के लिए इस्तेमाल करे ये
अक्सर दादी-नानी नवजात शिशु की मालिश सरसों तेल में जायफल डालकर करते हैं।
शरीर में कैल्शियम और विटामिन-डी की कमी, गलत खानपान एवं खराब दिनचर्या की वजह से होती है। जोड़ों में दर्द आर्थराइटिस, आस्टियो एक्यूट, रूमेटाइट और गाउट से पीड़ित होने पर होती है। सामान्यतः यह समस्या बुजुर्गों में अधिक देखी जाती है। हालांकि, आजकल युवा भी जोड़ों में दर्द की समस्या से परेशान हैं। इस स्थिति में व्यक्ति को उठने-बैठने और चलने में तकलीफ होती है। साथ ही तेज दर्द होता है। कभी-कभी यह दर्द असहनीय हो जाता है। अगर आप भी जोड़ों के दर्द से परेशान रहते हैं, तो दर्द के प्रभाव को कम करने के लिए जैतून के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस तेल के इस्तेमाल से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है। आप इन तरीकों से जैतून के तेल का इस्तेमाल जोड़ों के दर्द को दूर करने के लिए कर सकते हैं। आइए जानते हैं-
जैतून तेल और नमक
अगर आप जोड़ों के दर्द से परेशान हैं और इससे निजात पाना चाहते हैं, तो जैतून तेल और समुद्री नमक को पानी में मिलाकर मिश्रण तैयार कर लें। अब तेल जोड़ों पर अच्छे से लगाएं। इसके बाद जोड़ों की मालिश करें। इस उपाय को करने से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है।
जैतून और जायफल तेल
इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुण पाए जाते हैं, जो विभिन्न प्रकार की बीमारियों में फायदेमंद साबित होते हैं। इससे जोड़ों के दर्द में भी आराम मिलता है। इसके लिए जायफल और जैतून के तेल को मिलाकर जोड़ों पर लगाने और मालिश करें।
जैतून और सरसों तेल
अक्सर दादी-नानी नवजात शिशु की मालिश सरसों तेल में जायफल डालकर करते हैं। इससे नवजात शिशु का शारीरिक विकास सही से होता है। साथ ही हड्डियां भी मजबूत होती हैं। इसके लिए सरसों का तेल जोड़ों के दर्द में भी आरामदायक साबित हो सकता है। इसके लिए जैतून और सरसों तेल को बराबर मात्रा में मिक्स कर जोड़ों पर लगाएं। इसके बाद हल्के हाथों से मालिश करें। इससे जोड़ों के दर्द में जरूर राहत मिलेगा।