किंग चार्ल्स की Coronation में आये भारत के दो बच्चे,
विदेश में बढ़ाया देश का मान
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | आज ब्रिटेन के नए राजा प्रिंस चॉर्ल्स और क्वीन कैमिला की ताजपोशी हो गई है। राज्यभिषेक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दुनियाभर से कई सारे मेहमान लंदन गए हैं उन्हीं में एक हैं लंदन की वेस्टमिंस्टर स्कूल की छात्रा ईरा दुबे। सिर्फ 16 साल की उम्र में कार्यक्रम का हिस्सा बनकर ईरा इतिहास रचने जा रही हैं, क्योंकि अगर रिपोर्ट्स की मानें तो अब तक सिर्फ मेल छात्र ही राजपरिवार के कार्यक्रमों का हिस्सा बनते हैं। ऐसे में पहली बार एक फीमेल छात्रा कार्यक्रम में शामिल होकर भारत का भी मान बढ़ाने जा रही हैं।
आखिर कौन है ईरा दुबे?
ईरा झारखंड के गोड्डा जिले बंदनवार से हैं। उनके दादा शिक्षा विभाग में से रिटायर अधिकारी हैं। उनके पिता समीर दुबे लंदन में बैंकिंग सैक्टर में काम करती हैं और मां ऋतु दुबे किसी प्राइवेट कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। इरा ने किंग्स स्कॉलरशिप हासिल करने के बाद वेस्टमिंस्टर स्कूल में दाखिला लिया था।
500 साल पुराना है वेस्टमिंस्टर स्कूल?
आपको बता दें कि वेस्टमिंस्टर स्कूल 500 साल पुराना है ब्रिटिश राजपरिवार के लोग इस स्कूल में दाखिला लेने के लिए स्कॉलरशिप देते हैं। स्कॉलरशिप लेने के लिए छात्रों को एक पेपर पास करना पड़ता है। यह स्कूल ब्रितानी परंपरा का एक अलग हिस्सा रह चुका है। यहां के छात्र राजा और रानी के अभिनंदन समारोह में 1540 ई. में शामिल होते रहे हैं। वहीं ऐसे में ईरा का इस कार्यक्रम में शामिल होना इसलिए भी ऐतिहासिक है क्योंकि इस बार ब्रिटिश राजपरिवार ने वेस्टमिंस्टर स्कूल में किंग्स स्कॉलरशिप पर पढ़ रहे छात्र के साथ-साथ छात्राओं को भी निमंत्रण भेजा है।
राघव दास भी बनेंगे समारोह का हिस्सा
इसके अलावा किंग प्रिंस चार्ल्स के राज्यभिषेक कार्यक्रम में ईरा दुबे के अलावा एक और भारतीय छात्र भी शामिल होगा। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 16 साल का राघव दास भी ताजपोशी कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे। राघव दास बिहार के मुंगेर जिले के रहने वाले हैं। वह भी वेस्टमिंस्टर स्कूल के छात्र हैं। उनके दादा की मुंगेर में एक पुरानी इलेक्ट्रोनिक की दुकान भी है। इसके अलावा उनके पिता सौरव दास भी लंदन में ही रहते हैं।
70 साल बाद हो रहा है शाही परिवार में ताजपोशी का कार्यक्रम
आपको बता दें कि ब्रिटेन के शाही परिवार में करीबन 70 साल के बाद राज्यभिषेक कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है। इससे पहले साल 1953 में महारानी एलिजाबेथ की ताजपोशी हुई थी उस समय वह सिर्फ 27 साल की थी और उनके बेटे किंग चॉर्ल्स सिर्फ 4 साल के थे। ऐसे में अब किंग चॉर्ल्स 74 साल के हो चुके हैं। वहीं क्वीन एलिजाबेथ का बीते साल 8 सिंतबर में 96 साल की उम्र में निधन हो गया था। उनके निधन के बाद से ही किंग चॉर्ल्स को महाराजा घोषित कर दिया गया था लेकिन उनकी ताजपोशी अब की जा रही है।