बवासीर से छुटकारा पाने के लिए करें ये बाबा रामदेव के उपाय
बवासीर एनस में सूजी हुई नसें होती है। इस बीमारी का आम कारण एनस में दबाव पड़ना है। अगर आपको कब्ज है, बहुत मोटापा है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बवासीर एनस में सूजी हुई नसें होती है। इस बीमारी का आम कारण एनस में दबाव पड़ना है। अगर आपको कब्ज है, बहुत मोटापा है, भारी सामान उठाते हैं, डाइट में रेशे की कमी है और प्रेग्नेंसी है तो ये बीमारी आपको हो सकती है। इस बीमारी में फैमिली हिस्ट्री बहुत मायने रखती है।
पाइल्स दो प्रकार के होते अंदरूनी और बाह्य होना। दोनों ही तरह की पाइल्स में परेशानी का सामना करना पड़ता है। ये बीमारी अनियामित खान-पान और खराब लाइफस्टाइल की वजह से लोगों को अपना शिकार बना लेती है। बवासीर में स्टूल पास करने में दर्द महसूस होता है। इस परेशानी के बढ़ने पर मरीज को कई बार ऑपरेशन भी कराना पड़ सकता है।
इस परेशानी की वजह से जलन, दर्द, खुजली, शरीर में बेचैनी, काम में मन नहीं लगने जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आप जानते हैं कि पाइल्स का इलाज सिर्फ दवा से नहीं बल्कि योगा से भी होता है। योगा से पाइल्स के लक्षणों को दूर किया जा सकता है। आप भी पाइल्स से परेशान रहते हैं और इसके जोखिम से बचना चाहते हैं तो योग का सहारा लीजिए। बाबा रामदेव के योगासन जो आपको पाइल्स ( बवासीर ) की समस्या से छुटकारा दिलाएंगे और आपका स्वास्थ्य भी बेहतर रहेगा।
बालासन करें: बालासन करने से कब्ज से निजात मिलती है और पाचन दुरुस्त रहता है। कब्ज की वजह से पाइल्स की परेशानी बढ़ सकती है। इस योगासन को लगातार करने से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है और गैस से भी निजात मिलती है। ये योगा कूल्हों की मांसपेशियों को मजबूत करता है।
मालासन करें: मालासन कब्ज से निजात दिलाने में असरदार साबित होता है जो बवासीर का मुख्य लक्षण है। ये आसन रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है और पाचन तंत्र को ठीक करता है। इस आसन का लगातार अभ्यास करने से बवासीर से निजात मिलती है।
पवनमुक्तासन करें: इस आसन को करने से पेट पर दबाव पड़ता है और गैस से निजात मिलती है। ये आसन एनस में मांसपेशियों के तनाव को कम करता है और पाइल्स के लक्षणों को दूर करता है। पाइल्स के मरीज इस योगा को जरूर करें।