बटरफ्लाई फॉरेस्ट में हजारों प्रजातियों की पाई जाती हैं तितलियां
जब भी मन में घूमने का ख्याल आता है तो लोग पहाड़ों और समुद्र तटों के बीच किसी मनपसंद जगह पर जाने का प्लान बनाते हैं.
जब भी मन में घूमने का ख्याल आता है तो लोग पहाड़ों और समुद्र तटों के बीच किसी मनपसंद जगह पर जाने का प्लान बनाते हैं. लोग को पहाड़ों पर नेचुरल ब्यूटी देखने को मिलती है तो वहीं समुद्र के किनारे सुकून और मस्ती करने को मिलती है. अगर आपका मन प्रकृति को देखकर खुश हो उठता है, तो आपको कर्नाटक के बटरफ्लाई फाॅरेस्ट से प्यार हो जाएगा. यहां पर हजारों किस्म की तितलियां हैं. इसके अलावा यहां पर पक्षियों की चहचहाहट और हरियाली के बीच वक्त गुजारने को मिलता है. यह फाॅरेस्ट दक्षिण भारत में कर्नाटक में मौजूद बटरफ्लाई फॉरेस्ट भारत के घने जंगलों में से एक है. यह जगंल कर्नाटक के कोडागु, मलनाड और दक्षिण कन्नड़ से घिरा हुआ है.
बटरफ्लाई फॉरेस्ट का नाम
कर्नाटक के इस प्रसिद्ध बटरफ्लाई फॉरेस्ट का नाम 'बिसले घाट' है. बिसले घाट के जंगल की खासियत यह है कि यहां लाखों तितलियां पाई जाती हैं. बारिश में इस घने जंगल में प्रवासी तितलियां देखने को मिलती हैं. इस फॉरेस्ट में कॉमन कैस्टर, कॉमन ग्लास यलो, कॉमन जे, प्लेन टाइगर, स्पॉटेड पैरट, लाइन ब्लू, बलका पेरट, डिंगी स्विफ्ट आदि तितलियों की किस्में मौजूद हैं. इसके अलावा इस जंगल में हजारों किस्म के पक्षियों को देखने को मिलते है.
ऐसे पहुंचें बटरफ्लाई फाॅरेस्ट
यह फाॅरेस्ट कर्नाटक के हासन जिले के सकलेशपुर में मौजूद है. यहां पहुंचने के लिए आप सकलेशपुर बस या ट्रेन की मदद से आ सकते हैं. सकलेशपुर से बिसले घाट के लिए टैक्सी और बस भी चलती है जिसकी दूरी 250 किलोमीटर है.
बिसले घाट घूमने का सबसे अच्छा समय
अगर आपको प्रकृति से प्यार है, तो आराम के पल बिताने के लिए इस हरे भरे जंगल में घूमने आ सकते हैं. बिसले घाट घूमने का सबसे अच्छा समय मानसून के मौसम में होता है. बारिश में आप इस घाटी पर न केवल तितलियां बल्कि प्रवासी पक्षी भी देख सकते हैं.