ओडिशा का ये मंदिर भी है विश्व में प्रसिद्ध जानिए इसके बारे में
जगन्नाथ धाम के दर्शन करना हिंदू धर्म में बहुत शुभ माना जाता है और ये भगवान जगन्नाथ के दर्शन रथ यात्रा के दौरान किए जाए तो इसका अलग ही महत्व होता है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जगन्नाथ धाम के दर्शन करना हिंदू धर्म में बहुत शुभ माना जाता है और ये भगवान जगन्नाथ के दर्शन रथ यात्रा के दौरान किए जाए तो इसका अलग ही महत्व होता है. लेकिन आप ओडिशा में एक और मंदिर है, जहां अपनी यात्रा के दौरान जा सकते हैं. ये है कोर्णाक सूर्य मंदिर, जो विश्व में प्रसिद्ध है. जानें इसके बारे में...
कोर्णाक सूर्य मंदिर, जगन्नाथ मंदिर के पुरी जिले में ही मौजूद है. कहा जाता है कि सूर्य देव को समर्पित इस मंदिर को 13वीं शताब्दी में बनवाया गया था. बेहतरीन वास्तुकला के कारण ये मंदिर पूरे विश्व में प्रसिद्ध है. इसके चारों और 12 रथ के पहिए लगाए गए हैं, जिन्हें 7 ताकतवर घोड़े खींच रहे हैं और बीच में सूर्य देव विराजमान हैं.
पौराणिक कथाओं की मानें तो इस मंदिर का इतिहास भगवान कृष्ण के पुत्र साम्बा से जुड़ा हुआ है. उन्हें एक बीमारी हुई थी और इसके इलाज के लिए सूर्य देव की तपस्या की. उन्हें सूर्य देव ने रोग से मुक्ति दिलाई और इसके बाद साम्बा ने ये मंदिर बनवाया.
इस मंदिर को ओडिशा के पांच सर्वश्रेष्ठ धार्मिक स्थलों में से एक माना जाता है. इनमें चार स्थल पुरी, भुवनेश्वर, महाविनाय और जाजपुर के नाम भी शामिल हैं. आप ओडिशा के पुरी जाएं, तो इस मंदिर में भी दर्शन करने जरूर पहुंचे
मंदिर की वास्तुकला की बात करे, तो बता दें कि यहां हर दो पत्थरों के बीच लोहे की चादर लगी हुई है और इसकी चोटी के निर्माण में 52 टन चुंबकीय लोहे का उपयोग हुआ है.